– यूजीसी नेट दिसंबर 2018 से कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में एनटीए की ओर से हो रहा था आयोजित
– 10 मई तक ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
संवाददाता, पटना
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट जून 2024 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है. वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. यूजीसी नेट जून 2024 के लिए आवेदन फॉर्म 10 मई रात 11:50 तक भर सकते हैं. इस बार यूजीसी नेट का आयोजन ओएमआर शीट पर ऑफलाइन (पेन-पेपर) मोड में 16 जून को आयोजित की जायेगी. कुल 83 विषयों की परीक्षा एक साथ एक दिन ही आयोजित की जायेगी. सूत्रों की मानें तो यूजीसी नेट ऑनलाइन एग्जाम में सेंटर पर धांधली के आरोपों की शिकायत लगातार मिल रही थी. शिकायत मिलने के बाद नेट जून ऑफलाइन कराने पर विचार किया गया है. यूजीसी-नेट दिसंबर 2018 से कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में एनटीए की ओर से आयोजित किया जा रहा है. एनटीए ने यूजीसी नेट 2024 का नोटिस, इन्फॉर्मेशन बुलेटिन और एप्लिकेशन फॉर्म तीनों रविवार को जारी कर दिया है. फॉर्म 10 मई तक भर सकते हैं. फीस 11 से 12 मई रात 11:50 तक जमा कर सकते हैं. आवेदन में सुधार 13 से 15 मई रात 11:50 बजे तक कर सकते हैं. एग्जाम सेंटर सिटी की घोषणा बाद में जारी की जायेगी. परीक्षा से तीन दिन पहले एडमिट कार्ड जारी किया जायेगा. यूजीसी नेट आंसर-की, रिस्पॉन्स शीट जारी करने की तिथि बाद में जारी की जायेगी. सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 1150 रुपये, इडब्ल्यूएस, ओबीसी एनसीएल के लिए आवेदन शुल्क 600 रुपये, एससी, एसटी, दिव्यांग और थर्ड जेंडर के लिए आवेदन शुल्क 325 रुपये हैं. एक कैंडिडेट के लिए एक ही आवेदन फॉर्म जमा किये जायेंगे. अगर एक से ज्यादा फॉर्म भरे, तो सभी आवेदन रद्द कर दिये जायेंगे.
यूजीसी नेट जून 2024 से तीन श्रेणियों में पात्रता किया जायेगा घोषित :
यूजीसी ने कहा कि सत्र 2024-25 से पीएचडी प्रवेश के लिए भी नेट स्कोर का उपयोग किया जायेगा. यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित होने वाले नेट का लाभ उठा विश्वविद्यालय के छात्रों को अधिक सहूलियत प्रदान कर सकते हैं, जिससे वे विभिन्न संस्थानों में पीएचडी कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के लिए किसी भी सत्र से स्कोर का उपयोग कर सकते हैं. जून 2024 से, नेट उम्मीदवारों को तीन श्रेणियों में पात्र घोषित किया जायेगा. ये तीन श्रेणियाें में पहला जेआरएफ के साथ पीएचडी में प्रवेश और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति. दूसरा जेआरएफ के बिना पीएचडी में प्रवेश और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति. वहीं, तीसरा केवल पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश, जेआरएफ पुरस्कार या सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को अलग-अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं करनी पड़ेंगी.
अब चाल साल के ग्रेजुएशन वाले स्टूडेंट्स भी शामिल हो सकते हैं नेट में :
यूजीसी ने नेट में दो बड़े बदलाव किये हैं. ये बदलाव नेट जून 2024 की से लागू होंगे. यह जानकारी यूजीसी के चेयरमैन प्रो एम जगदीश कुमार ने दी है. उन्होंने बताया है कि यूजीसी नेट 2024 से जो बदलाव होने जा रहे हैं, इससे कई स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा. पहला बदलाव यह है कि जो कैंडिडेट चार साल के ग्रेजुएशन या आठ सेमेस्टर का यूजी कोर्स कर रहे हैं और फाइनल इयर या फाइनल सेमेस्टर में हैं, वह भी यूजीसी नेट 2024 जून परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. इससे पहले पीजी फाइनल इयर, फाइनल सेमेस्टर या पीजी पास आउट स्टूडेंट्स आवेदन करते थे. लेकिन इस बार बदलाव कर दिया गया है. दूसरा बदलाव यह है कि जो कैंडिडेट चार साल का ग्रेजुएशन कर रहे हैं वे किसी भी विषय में नेट परीक्षा दे सकते हैं. हालांकि कैंडिडेट्स को नेट परीक्षा के लिए वहीं विषय चुनना होगा जो विषय यूजीसी नेट में शामिल हैं और जिसमें आगे पीएचडी करना चाहते हैं. यूजीसी नेट परीक्षा में शामिल होने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है. लेकिन यूजीसी नेट-जेआरएफ के लिए अधिकतम उम्र सीमा 30 साल है.