यूजीसी : स्थिति सामान्य होने तक फीस के लिए नहीं बनाएं दबाव

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने सभी विवि व कॉलेजों को कहा है कि स्थिति सामान्य होने तक छात्रों पर किसी भी तरह के फीस को जमा करने के लिए दबाव नहीं बनाएं. यूजीसी ने कहा कि वर्तमान समय में ज्यादातर परिवार बहुत ही खराब परिस्थितियों व समस्याओं से जूझ रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 31, 2020 6:19 AM

पटना : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने सभी विवि व कॉलेजों को कहा है कि स्थिति सामान्य होने तक छात्रों पर किसी भी तरह के फीस को जमा करने के लिए दबाव नहीं बनाएं. यूजीसी ने कहा कि वर्तमान समय में ज्यादातर परिवार बहुत ही खराब परिस्थितियों व समस्याओं से जूझ रहे हैं.

उनके आर्थिक संकट को देखते हुए और उनके प्रति संवेदना को ध्यान में रखते हुए उनसे वार्षिक या सेमेस्टर फीस, ट्यूशन फीस या परीक्षा फीस आदि के लिए कोई अल्टरनेटिव व्यवस्था करें. यूजीसी ने कहा है कि अगर जरूरत हो, तो इसे पर्सनल ग्राउंड पर यानी आग्रह आवेदन लेकर भी उनकी फीस को तत्काल नहीं लेने की छूट दे सकते हैं. ताकि, जो वर्तमान समय में फीस देने की स्थिति में नहीं हैं उन्हें इसका लाभ मिल सके.

ग्रीवांस सेल में छात्रों के शिकायत के बाद शिक्षण संस्थानों से किया आग्रह कोरोना को देखते हुए यूजीसी ने ग्रीवांस सेल व हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. यूजीसी ने इसके लिए एक टास्क फोर्स का गठन भी किया था, जो इसे मॉनीटर कर रही थी. उक्त हेल्पलाइन पर ज्यादातर शिकायतें जो छात्रों और अभिभावकों की आयी हैं.

वह यही हैं कि विवि व काॅलेजों की ओर से परीक्षा फीस, सेमेस्टर फीस, फॉर्म भरने आदि जो कार्य शुरू कर दिये गये हैं, उसके तहत फीस देना अनिवार्य है. लेकिन, उनके पास उतनी राशि नहीं है कि वे फीस दे सकें. ऐसे कई मामले देश भर से यूजीसी के ग्रीवांस सेल में आये. इसी के बाद यह नोटिस जारी किया गया है.

नोटिस को वेबसाइट पर भी जारी किया गया है. शिक्षण संस्थानों से आग्रह किया गया है कि वे संवेदना को देखते हुए और परिस्थितियों को समझते हुए ही काम करें और किसी भी छात्रों को फीस की वजह से किसी चीज से वंचित न करें. उनकी स्थिति को देखते हुए उनके आग्रह पर उन्हें लॉकडाउन तक की छूट दी जाये.

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