Bihar News: यूक्रेन से लौटे स्टूडेंट्स को अब पढ़ाई की चिंता, नौ फ्लाइटों से लौटे 97 बिहारी छात्र
मेडिकल साइंस पूरी तरह से प्रैक्टिकल पढ़ाई है, इसलिए हम ऑनलाइन पढ़ाई के भरोसे नहीं रह सकते हैं. यूक्रेन से लौटी बेगूसराय की भानूप्रिया ने बताया कि वहां सब कुछ ठीक होते ही पढ़ाई करने अवश्य जाऊंगी.
पटना. यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र वतन लौटने के बाद एक ओर अपनों से मिलकर खुश हैं, तो दूसरी ओर उन्हें अपनी पढ़ाई और डिग्री की चिंता सता रही है. यूक्रेन के वॉर जोन से किसी तरह बचते-बचाते भारत पहुंचने के बाद विद्यार्थियों की आवाज में थकान का एहसास हो रहा है. फिफ्थ इयर के मेडिकल छात्र तनवीर रजा कहते हैं कि घर पहुंचने के बाद पढ़ाई की चिंता सता रही है. करियर का क्या होगा, कुछ समझ में नहीं आ रहा है.
छात्र यूनिवर्सिटी अधिकारियों से पूछताछ कर रहे हैं और वे भी अभी कुछ भी स्पष्ट बताने की स्थिति में नहीं हैं. लड़ाई अभी कितनी और लंबी चलेगी, यह किसी को नहीं पता है. उस समय तक केवल इंतजार ही कर सकते हैं. वहीं खारकीव में पढ़ाई करने वाले अभिषेक बताते हैं कि यूनिवर्सिटी ने हमें इस माह तक इंतजार करने के लिए कहा है. इस बार हमारा क्लिनिकल पेपर है, तो ऑनलाइन पढ़ाई भी करना मुमकिन नहीं है.
वार जोन से निकलने के बाद एक ओर खुशी तो दूसरी ओर करियर को लेकर मुश्किल भी है कि अब डिग्री कैसे मिलेगी. अगर स्थिति सामान्य नहीं हुई तो हमारा वापस जाना भी मुमकिन नहीं है. मेडिकल साइंस पूरी तरह से प्रैक्टिकल पढ़ाई है, इसलिए हम ऑनलाइन पढ़ाई के भरोसे नहीं रह सकते हैं. यूक्रेन से लौटी बेगूसराय की भानूप्रिया ने बताया कि वहां सब कुछ ठीक होते ही पढ़ाई करने अवश्य जाऊंगी. उसने बताया कि वहां शिक्षा के प्रति गजब का समर्पण है.
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नौ फ्लाइटों से लौटे 97 बिहारी छात्र
पटना. यूक्रेन से रविवार को भी बिहारी छात्रों के वापस आने का सिलसिला जारी रहा. पटना एयरपोर्ट पर नौ फ्लाइटों से रविवार को 97 छात्र यूक्रेन से आये. इनमें सबसे अधिक भागलपुर के 11 छात्र हैं. इसके बाद गया के नौ, वैशाली के आठ, कटिहार के आठ, पटना के सात, पूर्वी चंपारण के पांच, सीतामढ़ी के पांच, बेगूसराय के चार, पूर्णिया के चार, मधुबनी के तीन छात्र शामिल हैं. अब तक यूक्रेन से 756 छात्र बिहार वापस लौट चुके हैं. इसमें सबसे अधिक पटना के 116 छात्र हैं. पटना एयरपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन की ओर से इन्हें इनके घरों तक छोड़ने की व्यवस्था की जा रही है.
बिहार फाउंडेशन के सहयोग से यूक्रेन से लौटने वाले 16 छात्रों को रविवार को मुंबई से पटना लाया गया. ये सभी बिहारी मूल के हैं. इनके नाम शिवानी कुमारी, आकाश कुमार, श्वेता कुमारी, ज्ञानी आनंद, अपर्णा, कन्हैया कुमार मंडल, सोनू कुमार दास, शिल्पी सिन्हा, आकृति हर्ष, सैफ अहमद, मुकेश कुमार, हमदानुल हक, खुर्रम अरमान, शाहरूख खान, प्रकाश किसलय, साकेत साणु है. बिहार फाउंडेशन यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए लगातार प्रयासरत है. फाउंडेशन की ओर से यूक्रेन में फंसे छात्रों से संपर्क किया जा रहा है.