बिहार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में जिन अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो सका, उनके लिए पीएमइजीपी (प्राइम मिनिस्टर इम्पलायमेंट जेनेरेशन प्रोग्राम) और पीएमएफएमइ (प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज) योजना के तहत अभी भी विकल्प खुले हैं. वह वहां प्रयास कर सकते हैं. उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक ने सीएम उद्यमी योजना में चयन न हो पाये लोगों के लिए इसकी आधिकारिक घोषणा की है.
PMEGP व PMFME के तहत मिल रहा 35 फीसदी अनुदान
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव ने कहा है कि PMEGP व PMFME योजनाओं में भी 35 प्रतशित का अनुदान है. इस साल 7000 हजार से अधिक लोग इन योजनाओं में लाभ ले चुके हैं. इन दोनों ही योजनाओं में आवेदन की प्रक्रिया अभी चल रही है. प्रधान सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में अगले वित्तीय वर्ष में आवेदन लिये जायेंगे.
अफ़वाहों पर ध्यान न दें। जिन का चयन नहीं हुआ है उनके लिए PMEGP एवं PMFME योजनाओं के विकल्प खुलें है . इन योजनाओं में भी 35% अनुदान है। 7000 लोग इस वर्ष में इन योजनाओं का लाभ ले चुके है। अगले वर्ष फिर MMUY के आवेदन लिए जाएँगे। pic.twitter.com/ylGc3YVHle
— Sandeep Poundrik (@SandeepPoundrik) January 7, 2023
MMUY में इस वर्ष 8 हजार लोगों का हुआ चयन
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत इस वर्ष 2.23 लाख लोगों ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवेदन किये थे. इनमें से केवल आठ हजार आवेदकों मसलन केवल 3.6 फीसदी का ही चयन संभव था. शेष का 96.4 प्रतिशत आवेदन का चयन नहीं हो सकता था.
MMUY के आवेदकों के प्रमाण पत्र की हो रही जांच
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक सीएम उद्यमी योजना में चयन सूची को दो कैटेगरी में जिलावर लक्ष्य के अनुसार पोरतल पर अपलोड किया गया है. अब चयनित आवेदकों की तरफ से अपलोड किये गये प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है. गलत प्रमाणपत्र पाये जाने पर संबंधित आवेदकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी. प्रधान सचिव उद्योग ने अपील की है कि सीएम उद्यमी और दूसरी योजनाओं में फर्जी फोन कॉल और इमेल पर ध्यान न दें. विभाग की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है.