एक फरवरी को प्रस्तुत होने वाले केंद्रीय बजट को लेकर युवाओं को काफी उम्मीदें हैं. आम बजट से शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सभी ने बेहतरी की उम्मीदें की हैं. प्रभात खबर की ओर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के साथ बजट पूर्व परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है. इस क्रम में रविवार को प्रभात खबर की ओर से छात्रों व खिलाड़ियों के साथ बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम का आयोजित किया गया.
विद्यार्थियों ने शिक्षा के क्षेत्र में राहत मिलने व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही कौशल विकास पर जोर देने की बात कही. विद्यार्थियों ने कहा कि केंद्र सरकार को शिक्षा पर खर्च का दायरा बढ़ाना चाहिए. शिक्षा पर कम-से-कम बजट का 10 फीसदी राशि खर्च हो. विद्यार्थियों ने प्रखंड स्तर पर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था व उच्च शिक्षा में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मुहैया कराने की मांग की. इसके साथ संवाद कार्यक्रम में युवा खिलाड़ियों ने भी बेहतर ट्रेनिंग, स्पोर्ट्स इक्यूपमेंट और खिलाड़ियों की डाइट पर विशेष सुविधा देने की बात कही. कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में ग्रामीण स्तर पर पीएसी और सरकारी अस्पतालों की स्थिति में सुधार करने की मांग रखी. पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा मिलना चाहिए.
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पटना विश्वविद्यालय को मिले केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा
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राज्य के सूखा प्रभावित क्षेत्रोंं को दी जाये विशेष सुविधा
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विद्यार्थियों के पलायन को रोकने के लिए राज्य में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की हो व्यवस्था
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प्रत्येक जिले में स्किल डेवलपमेंट सेंटर का किया जाये शुभारंभ
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खिलाड़ियों को बेहतर ट्रेनिंग और स्पोर्ट्स इक्यूपमेंट मुहैया कराये जाये
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बेहतर शिक्षा के साथ ही युवाओंं के स्किल डेवलपमेंट पर दिया जाये जोर
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ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रोंं में हों बेहतर सुविधाएं
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खिलाड़ियों के रोजगार व स्पोर्ट्स सेक्टर में रोजगार सृजन की है आवश्यकता
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विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेल की स्थिति में सुधार की है आवश्यकता
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बेरोजगारी दर को कम करने पर दिया जाना चाहिए जोर
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गौतम आनंद, विद्यार्थी (पीयू) – राज्य में उच्च शिक्षा में पटना यूनिवर्सिटी का अपना एक खास मुकाम है. जरूरत है कि विद्यार्थियों को बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के लिए पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिले. इसके साथ ही प्रखंड स्तर पर स्कूलों में विद्यार्थियोंं को बेहतर सुविधा प्रदान की जाये.
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कुंदन कुमार पासवान, रिसर्च स्कॉलर (पीयू) – एक फरवरी को पेश होने वाले बजट में कम-से-कम 10 प्रतिशत राशि का प्रावधान शिक्षा के लिए किया जाना चाहिए. इसके साथ ही बेहतर शिक्षा के साथ युवाओं के स्किल डेवलपमेंट पर भी फोकस करने की आवश्यकता है.
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सतेंद्र कुमार शर्मा, पावर लिफ्टर – स्पोर्ट्स के प्रति आम लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. इसके साथ ही खिलाड़ियों की बेहतर ट्रेनिंग और स्पोर्ट्स इक्यूपमेंट पर भी खर्च करने की आवश्यकता है
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राहुल कुमार, कराटे खिलाड़ी- विभिन्न खेलों के इक्यूपमेंट, किट और सप्लीमेंट पर लगने वाले 18% जीएसटी को घटाकर 5% किया जाना चाहिए. इसके खिलाड़ियों को काफी हद तक सहायता मिलेगी. इसके साथ ही राज्य के हर जिले में ट्रेनिंग सेंटर खोला जाना चाहिए
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पूर्णिमा कुमारी, विद्यार्थी (पटना वीमेंस कॉलेज) – शिक्षा के क्षेत्र में आम बजट का छह प्रतिशत दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही युवाओं के रोजगार सजृन की व्यवस्था की जानी चाहिए. विश्वविद्यालय की ओर से तैयार किये कैंपस सेल को एक्टिव बनाने की आवश्यकता है
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सुनंदा भारद्वाज, विद्यार्थी (आइआइबीएम) – राज्य के विद्यार्थियों का पलायन रोकने के लिए राज्य में ही बेहतर शिक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए. सरकार की ओर से विद्यार्थियों के हित में शुरू की गयी योजनाओं को जागरूक करने के साथ ही आवेदन प्रक्रिया को भी सरल बनाने की आवश्यक्ता है
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कुंदन कुमार यादव, विद्यार्थी (पीयू) – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था को धरातल पर लाने के लिए ग्रामीण स्तर पर शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने की आवश्यकता है. इसके साथ स्वास्थ्य सुविधा के लिए बजट का बड़ा हिस्सा खर्च करने की आवश्यकता है
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खुशी कुमारी, वेटलिफ्टर- राज्य के खिलाड़ियों द्वारा बेहतर प्रदर्शन के बाद भी उन्हें कोई सुविधा नहीं मिलती है. बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बेहतर ट्रेनिंग की सुविधा पर ध्यान देने की आवश्यकता है
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शंकर कुमार, वेटलिफ्टर – नेशनल व इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ियोंं के लिए अलग से ट्रेनिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए. इसके साथ ही खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट मुहैया कराने के लिए बजट का कुछ हिस्सा खर्च किया जाना चाहिए
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श्रेया चंद्रा, वेटलिफ्टर – स्पोर्ट्स सेक्टर में बजट का बड़ा हिस्सा खर्च किया जाना चाहिए. इससे खिलाड़ियों को प्रोपर ट्रेनिंग और इन्फ्रास्टक्चर में सुधार हो सकेगा.
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जयंत कुमार, विद्यार्थी (पीयू) – बिहार को स्पेशल पैकेज दिया जाना चाहिए, ताकि शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया जा सके. इसके साथ ही विभिन्न जिलों में यूनिवर्सिटी तैयार करने की आवश्यकता है
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अनिमेश, विद्यार्थी (पीयू) – बेहतर शिक्षण संस्था के अभाव में राज्य से विद्यार्थियों का पलायन हो रहा है. विद्यार्थियों को राज्य में ही बेहतर शिक्षण संस्थान मुहैया कराने पर खर्च किये जाने की आवश्यकता है