संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय के कर्मचारी संघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन के बदलते रवैये पर नाराजगी जाहिर की है. संघ के महासचिव फरमान अब्बास ने कहा कि पूर्व राज्यपाल के समक्ष हुए समझौते के अनुरूप कुछ एक मांग को छोड़कर सभी मांगों को 20 जनवरी तक पूरा कर देना था. लेकिन कर्मचारियों की मांगों को केवल उलझाया जा रहा है. यह चिंता का विषय है कि जब कुलाधिपति के निर्देश का कोई सम्मान विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नहीं किया जा रहा है तो कर्मचारियों की मांगों पर कैसे संज्ञान लिया जा सकता है. वहीं संघ के अध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा कि भी कुलपति सुनी सुनायी बातों पर निर्णय लेते हैं कर्मचारियों के ज्यादातर पदों पर शिक्षकों को बैठाया गया है. कर्मचारियों को जब कोई विकल्प नहीं होता है, तब ही न चाहते हुए भी कर्मियों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ता है. विश्वविद्यालय प्रशासन की नीतियों का नतीजा है कि पटना विश्वविद्यालय को अबतक वेतन निर्गत नहीं किया जा सका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है