अब तक विवि शिक्षकों व कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
बिहार राज्य के सभी परंपरागत विश्विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मियों को जनवरी, 2024 के बाद वेतन नहीं मिला है
कोर्ट के आदेश के अनुसार बंद होगा केके पाठक का वेतन
संवाददाता, पटना
बिहार राज्य के सभी परंपरागत विश्विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मियों को जनवरी, 2024 के बाद वेतन नहीं मिला है. हाइकोर्ट के आदेश के बाद भी शिक्षकों व कर्मचारियों को अब तक वेतन नहीं मिला है. इससे विभिन्न यूनिवर्सिटियों के शिक्षक व कर्मचारी संघ काफी नाराज हैं. विभिन्न यूनिवर्सिटियों के शिक्षक संघ ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से पहले विश्वविद्यालय के खातों के संचालन पर रोक लगा दी गयी थी. इसके विरोध में सभी विश्वविद्यालयों ने पटना हाइकोर्ट में याचिका दायर की, जिसकी सुनवाई अभी जारी है. न्यायालय ने विवाद को सही तरीके से समाधान के लिए मौर्या होटल में एक मीटिंग करायी और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को भाग लेने का निर्देश दिया था, परंतु अदालत के आदेश को दरकिनार कर केके पाठक उस बैठक में नहीं गये थे. अदालत ने याचिका पर 17 मई को पुनः सुनवाई की और अंतरिम आदेश दिया कि शिक्षकों और कर्मियों का वेतन 10 दिनों के भीतर भुगतान कर दिया जाये. अगर ऐसा करने में अधिकारी विफल रहते हैं, तो शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक, उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी सहित अन्य अधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश दिया गया था. शिक्षक व कर्मचारी संगठनों ने कहा कि 10 दिन की समय अवधि 28 मई को समाप्त हो गयी. लेकिन अब तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. राज्य सरकार अपने अधिकारियों का वेतन बंद करने की कार्यवाही करे. मामले की अगली सुनवाई 25 जून को होनी है. इस से बचने के लिए केके पाठक ने लंबी छुट्टी का आवेदन दिया है.
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