Unlock 3.0 Bihar: अनुमति मिलने के बाद लंबी दूरी की 522 बसें खुलीं लेकिन दूसरे राज्यों के लिए नहीं चली एक भी बस..
पटना: परिवहन विभाग द्वारा 40 दिनों बाद परिचालन की इजाजत मिलने के बाद मंगलवार को पटना में नगर सेवा और लांग रूट की बसें खुलीं पर राज्य के बाहर जाने वाली गाड़ियां नहीं निकलीं. बीएसआरटीसी की नगर सेवा की 110 बसों में 78 बसें सड़कों पर निकलीं, जबकि पीली सिटी राइड बसों का नाम मात्र के लिए ही परिचालन हुआ और 410 में से केवल 16 बसें ही सड़कों पर दिखीं.
पटना: परिवहन विभाग द्वारा 40 दिनों बाद परिचालन की इजाजत मिलने के बाद मंगलवार को पटना में नगर सेवा और लांग रूट की बसें खुलीं पर राज्य के बाहर जाने वाली गाड़ियां नहीं निकलीं. बीएसआरटीसी की नगर सेवा की 110 बसों में 78 बसें सड़कों पर निकलीं, जबकि पीली सिटी राइड बसों का नाम मात्र के लिए ही परिचालन हुआ और 410 में से केवल 16 बसें ही सड़कों पर दिखीं.
मीठापुर से 500 प्राइवेट बसें निकलीं
लांग रूट में बांकीपुर बस स्टैंड से बीएसआरटीसी की 22 बसों का परिचालन हुआ, जबकि मीठापुर से 500 प्राइवेट बसें निकलीं. हालांकि राज्य के बाहर जाने वाली लगभग 50 गाड़ियां मीठापुर बस स्टैंड में ही खड़ी दिखीं. इसकी वजह झारखंड और पश्चिम बंगाल की राज्य सरकारों द्वारा वहां बाहर से बसों के आवागमन पर रोक लगाया जाना है. हालांकि यूपी में बसों के आने-जाने पर रोक नहीं है, लेकिन इसके बावजूद न तो बीएसआरटीसी की पटना दिल्ली सेवा का परिचालन शुरू हुआ और न ही मीठापुर बस स्टैंड से कोई प्राइवेट बस ही दिल्ली के लिए खुली.
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सिटी बसों की 60 फीसदी सीटें ही भरी दिखीं
बीएसआरटीसी ने अपने सभी 13 रूटों में सिटी बसों का परिचालन सुबह 6:30 बजे से ही शुरू कर दिया, जो रात नौ बजे तक जारी रहा. इनमें शहर के भीतर की 10 रूटों के साथ-साथ बिहटा, बिहार शरीफ और हाजीपुर जैसे रूट भी शामिल थे. हालांकि बसों को बेली रोड और पटना जंक्शन गांधी मैदान जैसे कुछ प्रमुख रूटों को छोड़कर ज्यादातर रूटों पर यात्रियों की कमी का सामना करना पड़ा और उनकी सीटों के भरे होने की औसत दर 60 फीसदी पर ही सिमटी रही.
लांग रूट की बसों में दिखी अधिक भीड़
लांग रूट की बसों में सिटी बसों की तुलना में अधिक भीड़ दिखी और कई रूटों में इनकी 70 से 90 फीसदी तक सीटें भरी हुई थीं. इसकी वजह कई लोगों द्वारा जरूरी काम से बाहर जाने के लिए बसों के शुरू होने का लंबे समय से इंतजार करना था.
सोशल डिस्टैंसिंग एवं मास्क के लिए चला विशेष अभियान
बीएसआरटीसी के बांकीपुर और मीठापुर बस डिपो से खुलने से पूर्व बसों को सैनिटाइज किया गया एवं ड्राइवर, कंडक्टर और सवार सभी यात्रियों का मास्क लगाना सुनिश्चित किया गया. बसों में सफर के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग एवं मास्क लगाना सुनिश्चित कराने के लिए अन्य जिलों के बस स्टैंडों पर भी विशेष अभियान चला और बस संचालकों के साथ बैठक की गयी. बसों की निगरानी के लिए बस स्टैंडों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने के लिए परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने निर्देश दिया और यात्रियों के क्षमता के अनुसार ही बसों का परिचालन करने के लिए कहा. साथ ही ओवर लोडिंग या कोविड-19 के प्रावधानों का पालन नहीं करने पर बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई का भी निर्देश दिया.
8 बसों पर जुर्माना व एक जब्त
नियमों का उल्लंघन करने पर 8 बसों पर जुर्माना लगाया गया. मीठापुर बस स्टैंड में ओवरलोडिंग करते पकड़े जाने पर एक बस को जब्त भी किया गया. बस मीठापुर से आरा-बक्सर के लिए जा रही थी.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya