Bihar Unlock 4.0: अनलॉक-4 को लेकर बिहार में तैयारी तेज, जानें किन क्षेत्रों में मिल सकती है छूट
राज्य में अनलॉक -4 में लोगों को पूरी तरह से छूट नहीं मिलेगी. कुछ अधिक रियायतों के साथ ही अनलॉक-4 के प्रावधानों को सात जुलाई से लागू किया जायेगा. अनलॉक-3 में दी गयी रियायत की मियाद छह जुलाई को पूरी हो रही है. अनलॉक-4 को लेकर मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने शनिवार को सभी जिलाधिकारियों और आरक्षी अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर जिलेवार स्थिति की समीक्षा की.
राज्य में अनलॉक -4 में लोगों को पूरी तरह से छूट नहीं मिलेगी. कुछ अधिक रियायतों के साथ ही अनलॉक-4 के प्रावधानों को सात जुलाई से लागू किया जायेगा. अनलॉक-3 में दी गयी रियायत की मियाद छह जुलाई को पूरी हो रही है. अनलॉक-4 को लेकर मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने शनिवार को सभी जिलाधिकारियों और आरक्षी अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर जिलेवार स्थिति की समीक्षा की.
मुख्य सचिव ने सभी जिलों में कोरोना संक्रमण और पूर्व में दी गयी छूट की समीक्षा की. उन्होंने राज्य में स्कूल-कॉलेजों को खोलने को लेकर भी जिलों के साथ वार्ता की. अधिकतर जिले इस बात पर सहमत पाये गये कि अभी वर्चुअल क्लासेस से पठन-पाठन किया जाये. हालांकि इसको लेकर जिलों द्वारा तीसरी लहर के आने को लेकर आशंका जतायी गयी.
जिलों द्वारा दिये गये फीडबैक के आधार पर अंतिम निर्णय आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया जायेगा. समीक्षा में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर भी चर्चा की गयी. दुकान प्रतिष्ठानों के अलावा मॉल को खोलने पर भी चर्चा की गयी. फिलहाल अनलॉक तीन में राज्य की दुकान-प्रतिष्ठानों को शाम सात बजे तक खोलने की अनुमति दी गयी है. बताया जा रहा है कि अनलॉक-4 में दुकान प्रतिष्ठानों और परिवहन को लेकर कुछ और छूट मिल सकती है.
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने और टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक जांच होने से कोरोना संक्रमितों की संख्या का पता चलेगा और उसके आधार पर उसके फैलाव को रोका जा सकेगा. केंद्र सरकार की तरफ से टीका उपलब्ध कराया जा रहा है. सीएम शनिवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस और एइएस से बचाव को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई कदम उठाये गये हैं, जिससे ब्लैक फंगस के ज्यादा मरीज ठीक हुए हैं. एइएस के भी बहुत कम मामले सामने आये हैं. जो मामले आये हैं, उनका तेजी से उपचार किया गया है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर सभी तैयारियों रखें
Posted By: Thakur Shaktilochan