पटना: प्रदेश में 28 सितंबर से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल खोले जायेंगे. मंगलवार को शिक्षा विभाग की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. इसके तहत कक्षा नौवीं से लेकर12वीं तक की कक्षाएं अब संचालित की जा सकेंगी. इसके लिए दो दिनों में निजी और सरकारी स्कूलों को गाइडलाइन जारी कर दी जायेगी.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक निर्णय लिया गया कि स्कूल में बच्चों की संख्या के हिसाब से रोजाना केवल एक तिहाई बच्चे ही स्कूल बुलाये जाएं. इस हिसाब से एक बच्चा हफ्ते में दो दिन ही स्कूल आयेगा. उदाहरण के लिए 33% वे बच्चे, जो सोमवार को स्कूल जायेंगे, वे दोबारा गुरुवार को, 33% बच्चों का अगला ग्रुप जो मंगलवार को जायेगा, वह शुक्रवार को और अंतिम 33% बच्चों का जो ग्रुप बुधवार को स्कूल जायेगा, वह शनिवार को दोबारा क्लास ज्वाइन करेगा. इसी तरह स्कूल में रोज केवल 50% शिक्षक स्कूल बुलाये जायेंगे.
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बैठक में अधीनस्थ अफसरों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित कराएं कि अभिभावकों की रजामंदी के बाद ही बच्चे स्कूल में बुलाये जाएं. किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाये. सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जाये. साथ ही निजी और सरकारी स्कूलों को गाइडलाइन जारी की जायोगी कि वह क्लास संचालन के लिए क्या एहतियाती उपाय करेंगे, ताकि कोई भी स्कूली बच्चा संक्रमित न हो सके.
शिक्षा विभाग ने इस निर्णय में साफ कर दिया है कि कंटेनमेंट जोन में स्थित स्कूल नहीं खोले जायेंगे. साथ ही उस इलाके के बच्चों को भी नहीं बुलाया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि अनलॉक-4 के तहत केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से देश भर में राज्य सरकारों की सहमति से स्कूल खोलने का निर्देश जारी किया था. इसके तहत सिर्फ नौवीं से 12वीं तक के बच्चों को अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही स्कूल जाने की अनुमति थी. इसी संबंध में मंगलवार को बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में प्रधान सचिव संजय कुमार के अलावा बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक संजय कुमार सिंह, प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ रंजीत कुमार सिंह, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ रेखा कुमारी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी किरण कुमारी और शिक्षा विभाग के प्रवक्ता अमित कुमार मौजूद रहे.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya