योगी आदित्यनाथ के बाद अब JP Nadda के खिलाफ बिहार में परिवाद दाखिल, बीजेपी कार्यकर्ता ने दायर की याचिका
JP Nadda in bihar: परिवाद में कहा गया है कि कल्याण सिंह को राजकीय सम्मान देने हेतु उत्तर प्रदेश विधानसभा भवन में रखे गये शव को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा से लपेटा गया था. तिरंगा झंडे के ऊपर भाजपा का कमल निशान वाला झंडा डालकर राष्ट्रीय झंडा तिरंगा की महत्ता को कम करने का प्रयास किया गया है.
बिहार के मुजफ्फरपुर के नगर थानाक्षेत्र के सेनापति भवन न्यू एरिया सिकंदरपुर निवासी चंद्र किशोर पराशर ने सीजेएम की अदालत में परिवाद दर्ज कराया है. इसमें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को आरोपित बनाया है. मामले के ग्रहण के बिंदु पर न्यायालय 22 सितंबर को सुनवाई करेगा.
चंद्र किशोर पराशर ने आरोप लगाया है कि 22 अगस्त को समाचार पत्रों, दूरदर्शन व टीवी चैनलों पर दिखाया जा रहा था, जिसे मैंने देखा व सुना. इसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को राजकीय सम्मान देने हेतु उत्तर प्रदेश विधानसभा भवन में रखे गये शव को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा से लपेटा गया था. तिरंगा झंडे के ऊपर भाजपा का कमल निशान वाला झंडा डालकर राष्ट्रीय झंडा तिरंगा की महत्ता को कम करने का प्रयास किया गया है.
बता दें कि पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ परिवाद दाखिल किया गया था. मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के भीखनपुर निवासी समाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने सीजेएम की अदालत में परिवाद दाखिल कराया, जिसमे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को आरोपी बनाया है. इस मामले के ग्रहण के बिंदु पर सुनवाई के लिये 21सितम्बर की तिथि निर्धारित है .
हाशमी ने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ के एक रैली में अब्बाजान राशन डकार जाते हैं, जैसा बयान दिया. यह बयान देकर आदित्यनाथ ने एक समुदाय विशेष को टारगेट कर उसे अपमानित करने का काम किया है. उन्होंने अपनी याचिका में आगे कहा कि कि इस देश के अंदर सारे अब्बाजान कहने वाले मुसलमान समुदाय के लोग आपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं. आरोपी के इस तरह के बयान से मै काफी मर्माहत हूं.