पटना. पेगासस जासूसी मामले (Pegasus Spy Case)को लेकर राजनीति गरमाती जा रही है. गुरुवार को पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज भवन मार्च निकाला. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को राजभवन जाने से पहले ही पुलिस ने उनको बेली रोड पर रोक दिया. इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उनकी पुलिस के साथ हल्की झड़प हो गई. आक्रोश मार्च को लेकर कांग्रेस ने पूर्व से अपना कार्यक्रम बना रखा था. यही कारण था कि बहुत दिनों के बाद पटना की सड़कों इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता दिखे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि सरकार फोन टैपिंग कर निंदनीय काम किया है. सरकार पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को ही अपना निशाना बनाया करती थी. लेकिन ,अब उनके ही दल और घटक दल के लोगों की जासूसी की जा रही है. केंद्र की मोदी सरकार यह सब विकास के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए कर रही है. इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा. कांग्रेस नेताओं ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि देश में तानाशाही नहीं चलेगी.
पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की
पेगासस जासूसी प्रकरण (Pegasus Spy Case) को लेकर राजभवन जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पटना पुलिस ने बेली रोड से राजभवन की ओर जाने वाली सड़क के मोड़ पर रोक दिया. इससे विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए. वे लोग पुलिस की बैरकेटिंग को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे. पुलिस ने उनको ऐसा करने से रोका. इसपर उनकी पुलिस के साथ हल्की झड़प और हाथापाई हो गई. प्रदर्शन में प्रेमचंद मिश्रा, राजेश राठौर, कौकब कादरी समेत अन्य नेता शामिल थे.