जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) चीफ और पूर्व सांसद उपेन्द्र कुशवाहा के जदयू में शामिल होने के संकेत दिए हैं. एक बार फिर उन्होंने ये खुलकर कहा है कि रालोसपा के जदयू में विलय की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है. वहीं सियासी गलियारों में भी इस विलय की चर्चा तेज हो गयी है.
वशिष्ठ नारायण सिंह ने न्यूज 18 को दिये एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर अपनी बात सामने रखी. उन्होंने कहा कि रालोसपा का जदयू में विलय संभव है. उन्होंने उपेन्द्र कुशवाहा को एक धारा का ही साथी बताया और कहा कि उन्होंने बताया कि कुशवाहा भी इसी विचारधारा के साथी हैं. और उनसे लगातार बात चली है.
वशिष्ठ नारायण ने कहा कि इस बात का फैसला उपेंद्र कुशवाहा को ही लेना है. लेकिन अलग-अलग चलने का कोई मतलब नहीं है. सभी पुराने साथी हैं और आज भी एक ही विचारधारा के साथ चल रहे हैं. इसलिए एक ही साथ चलना सही है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि रालोसपा का विलय अगर जदयू में होता है तो उस दल से आए सभी लोगों का उचित सम्मान किया जायेगा.
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बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने 2013 में रालोसपा का गठन किया था और पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के घटक के रूप में लड़ी गई तीनों लोकसभा सीटें जीती थीं. वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने राजद के साथ जाना उचित समझा. 2020 के विधानसभा चुनावों में रालोसपा को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिल सकी लेकिन कई सीटों को उनके उम्मीदवार ने प्रभावित जरुर किया.