सहायक निबंधक कार्यालय में सुनवाई बाद में करने की बात पर हंगामा

लखनौर बेदौली पंचायत के पैक्स सदस्य के अस्वीकृत आवेदन की सुनवाई के लिए गवाह व आवश्यक कागजात न होने पर अगली तिथि को सुनवाई करने की बात कहने पर शनिवार को आवेदक भड़क उठे

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 12:46 AM

मसौढ़ी

प्रखंड की लखनौर बेदौली पंचायत के पैक्स सदस्य के अस्वीकृत आवेदन की सुनवाई के लिए गवाह व आवश्यक कागजात न होने पर अगली तिथि को सुनवाई करने की बात कहने पर शनिवार को आवेदक भड़क उठे और उन्होंने स्थानीय सहकारिता विभाग के सहायक निबंधक के कार्यालय में हंगामा शुरू कर दिया. बाद में सुनवाई करने पर आवेदक शांत हुए. हालांकि इस संबंध में फैसला बाद में लिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, प्रखंड की लखनौर बेदौली पंचायत के पैक्स सदस्य के लिए बेदौली व चेथैल चकिया के 142 लोगों ने पिछले साल अगस्त माह में ऑनलाइन आवेदन दिया था, लेकिन विभिन्न कारण बता उनका आवेदन अस्वीकृत कर दिया गया था. बाद में उन्होंने इसके खिलाफ स्थानीय सहायक निबंधक के पास अपील की थी, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी. इधर आवेदकों द्वारा सुनवाई की मांग को लेकर वरीय अधिकारियों से गुहार लगायी गयी थी. काफी जद्दोजहद के बाद शनिवार को उनकी सुनवाई की तिथि तय की गयी थी. शनिवार को सभी 142 आवेदक स्थानीय सहायक निबंधक के कार्यालय पहुंचे, लेकिन सहायक निबंधक राजीव रंजन ने गवाह व समुचित कागजात के साथ उपस्थित होने क कारण सुनवाई करने से फिलहाल मना कर दिया और अगली तिथि तय करने की बात कही. इस पर आवेदक भड़क उठे. उनका आरोप था कि सुनवाई की तिथि संबंधी मैसेज में उन्हें साथ में गवाह और कागजात लाने की सलाह नहीं दी गयी थी. उन्होंने इसके लिए आज ही कुछ समय सहायक निबंधक से देने का आग्रह किया, लेकिन वे सुनवाई स्थगित करने की बात पर अड़े रहे. इससे आवेदक भड़क उठे और उन्होंने उनके कार्यालय में हंगामा शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि पिछली बार शिकायत करने पर एक साल बाद सुनवाई की तिथि दी गयी है ओर अगर इसबार सुनवाई टली तो न जाने कब सुनवाई की तिथि मिल सकेगी. जबकि अगले कुछ माह में पैक्स का चुनाव होनेवाला है. बाद में वरीय अधिकारी को इसकी जानकारी मिलने और उनके द्वारा सहायक निबंधक को आज ही सुनवाई कर लेने का आदेश देने पर सुनवाई की गयी. इसके बाद आवेदक शांत हुए. सहायक निबंधक राजीव रंजन ने बताया कि आवेदकों के आग्रह और संबंधित कागजात लेकर आने पर आज सुनवाई पूरी कर ली गयी. एक साल से सुनवाई नहीं होने के आरोप की बाबत उन्होंने कहा कि उस वक्त उनकी यहां पदस्थापना नहीं थी. वे कुछ माह से ही यहां पदस्थापित हैं.

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