-स्टेट कोटे का भी कटऑफ कम होने की उम्मीद
संवाददाता, पटनाकेंद्रीय कोटे के तहत 15 प्रतिशत एमबीबीएस व डेंटल कॉलेजों में सेकेंड राउंड के तहत एडमिशन जारी है. सेकेंड राउंड में कटऑफ मार्क्स में गिरावट आयी है. इससे स्टेट कोटे की 85 प्रतिशत सीटों पर सेकेंड राउंड का कटऑफ भी गिरने की पूरी उम्मीद है. सेकेंड राउंड में ऑल इंडिया जेनरल कैटेगरी के 655 अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को एमबीबीएस सीटें मिली हैं. इडब्ल्यूएस कैटेगरी में 650 अंक हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को एमबीबीएस सीटें मिली हैं. इससे उम्मीद की जा रही है कि स्टेट कोटे के सेकेंड राउंड के कटऑफ अंक में कमी आयेगी. विशेषज्ञों की मानें, तो 645 अंक के आसपास स्टेट कोटे के तहत एमबीबीएस सीटें मिल सकती हैं. फर्स्ट राउंड में यूआर कैटेगरी में 660 अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को एमबीबीएस सीटें मिली थीं.
ऑल इंडिया कोटा सेकेंड राउंड का कटऑफ
कैटेगरी: यूआर: इड्ब्ल्यूएस: ओबीसी: एससी: एसटीरैंक:22995: 26720: 23358: 125103: 155826
स्कोर: 655: 650: 655: 560: 536200 से अधिक स्टूडेंट्स का एडमिशन किया गया है अब तक निरस्त
एमसीसी सूत्रों का कहना है कि सेकेंड राउंड के तहत 27 सितंबर तक एडमिशन होना है. फर्स्ट काउंसेलिंग व सेकेंड चरण की काउंसेलिंग के दौरान अभी तक करीब 200 संदिग्ध परीक्षार्थियों को पकड़ा जा चुका है. इनका एडमिशन रद्द कर दिया गया है. सभी केंद्रो पर बायोमेट्रिक मिलान जारी है. मेरठ से लेकर दिल्ली, पंजाब व महाराष्ट्र में कई अभ्यर्थियों को एडमिशन से रोका गया है. कई के प्रमाणपत्रों की जांच भी हो रही है. आठ छात्रों का प्रवेश भी गलत प्रमाणपत्र के कारण निरस्त किया गया है. इस बार स्टूडेंट्स से एडमिशन के दौरान अंडरटेकिंग ली जा रही है, जिसमें यह अंडरटेकिंग ली जा रही है कि अगर मेरे खिलाफ कोई गड़बड़ी पायी जाती है तो मेरा एडमिशन निरस्त कर दिया जायेगा. फर्जीवाड़े से बचने के लिए अंडरटेकिंग सभी छात्रों से ली जा रही है. इसके साथ सभी अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेजों पर भी एमसीसी के साथ-साथ डीजीएमइ की नजर है.
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