शराब बनाने की सामग्री कराता था उपलब्ध, दो गिरफ्तार

जीरो माइल के पश्चिम गैस गोदाम गली में स्थित गोदाम में मद्य निषेध विभाग की टीम ने छापेमारी कर अंग्रेजी शराब बनाने की स्प्रिट व सामग्री बरामद की है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 21, 2024 1:38 AM

पटना सिटी. अगमकुआं थाना क्षेत्र के जीरो माइल के पश्चिम गैस गोदाम गली में स्थित गोदाम में मद्य निषेध विभाग की टीम ने छापेमारी कर अंग्रेजी शराब बनाने की स्प्रिट व सामग्री बरामद की है. करीब 30 लाख रुपये से अधिक की सामग्री जब्त की गयी है. छापेमारी के दौरान टीम ने दो लोगों ग्राहक दिलखुश यादव और गोदाम कर्मी राहुल रोशन को गिरफ्तार किया है. टीम का नेतृत्व कर रहे मद्य निषेध विभाग के इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने बताया कि फिनायल बनाने की आड़ में शराब बनाने की स्प्रिट और सामग्री बेचने का धंधा किया जा रहा था. छापेमारी दल ने गोदाम से 300 लीटर स्प्रिट, करीब 63 लीटर होम्योपैथिक स्प्रिट, करीब 10 हजार पीस विभिन्न ब्रांडेड शराब कंपनियों के ढक्कन और करीब चार हजार खाली बोतल, स्टीकर समेत अन्य सामान बरामद किया है. इंस्पेक्टर ने बताया कि टीम को यह सूचना मिली थी कि यहां पर एक रैकेट है, जो शराब बनाने की केमिकल व सामग्री मुहैया कराता है. इसके बाद टीम का गठन किया गया. गठित टीम में इंस्पेक्टर विजय कुमार के साथ दारोगा और अन्य शामिल थे. टीम ने रेकी कर गुरुवार की सुबह गोदाम में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम वहां पर पहुंची तो देखा कि फिनाइल बनाने की सामग्री और तैयार फिनाइल आगे में रखा है. रेकी से मिली पुख्ता जानकारी के बाद टीम ने छापेमारी की. इस दौरान टीम गोदाम के अंदर पहुंची, तब मधुबनी से अवैध शराब निर्माण की सामग्री खरीदने आये दिलखुश यादव और गोदाम के कर्मी आलमगंज थाना क्षेत्र के बड़ी पटनदेवी मुहल्ला निवासी राहुल रोशन को पकड़ा. इन लोगों से पूछताछ में पता चला कि यहां से प्रदेश भर में अंग्रेजी शराब बनाने के लिए बोतल और अन्य सामग्री भेजी जाती थी. टीम ने पकड़े गये लोगों से पूछताछ की, तब पता चला कि यहां किराये पर गोदाम लेकर धंधेबाज अवैध धंधा कर रहे थे. मद्य निषेध विभाग के इंस्पेक्टर ने बताया कि इस मामले में गोदाम सह दुकान के सरगना की तलाश में टीम छापेमारी कर रही है. टीम पकड़े गये लोगों ने पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस धंधे से कौन-कौन जुड़ा है. टीम ने आशंका जतायी है कि जब्त सामग्री से अंग्रेजी शराब बनायी जाये, तो इसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये तक हो सकती है. मद्य निषेध विभाग के इंस्पेक्टर अजीत कुमार का कहना है कि इससे पहले बैरिया बस स्टैंड के पीछे में की गयी छापेमारी में शराब बनाने के काम आने वाला स्प्रिट और मेटेरियल के साथ धंधेबाज को गिरफ्तार किया गया था. आशंका है कि वही फिर से यह धंधा शुरू किया होगा.

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