गिरोह को मोबाइल व डुप्लीकेट सिम उपलब्ध कराते थे कारू, पंकु और परमजीत

आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने नीट यूजी मामले में झारखंड के देवघर से पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पटना लाये जाने की जानकारी दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 24, 2024 1:39 AM

– पूछताछ व मेडिकल जांच के बाद झारखंड के देवघर से गिरफ्तार कर लाये गये सभी पांच अभियुक्त भेजे गये जेल – एक अभियुक्त मुकेश ने बतौर टैक्सी ड्रावर अभ्यर्थियों को स्कूल तक लाने-ले जाने की निभायी थी भूमिका संवाददाता, पटना. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने नीट यूजी मामले में झारखंड के देवघर से पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पटना लाये जाने की जानकारी दी है. इन अभियुक्तों से रविवार को दिनभर पूछताछ की गयी. फिर राजवंशी नगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल(एलएनजेपी) में मेडिकल कराने और देर शाम न्यायिक पदाधिकारी के समक्ष पेश करने के बाद उनको जेल भेज दिया गया. इओयू ने बिहारशरीफ के बलदेव उर्फ चिंटू के खुलासे और हजारीबाग से बरामद संदिग्ध लिफाफे व बॉक्स की जानकारी के आधार पर कांड में संगठित अंतरराज्जीय पेशेवर गिरोह के शामिल होने की संभावना जतायी है. इओयू ने बताया है कि देवघर से लाये अभियुक्तों में तीन व्यक्ति एकंगरसराय का राजीव कुमार उर्फ कारू तथा छबिलापुर का पंकु कुमार और परमजीत सिंह उर्फ बिट्टु पेपर लीक के संगठित गिरोह को डुप्लीकेट सिम, मोबाइल फोन और आश्रय स्थल उपलब्ध कराने का काम करते थे. इनके विरुद्ध इओयू थाने में अलग से कांड दर्ज किया गया है. मुकेश ने अभ्यर्थियों को स्कूल तक लाने-ले जाने की निभायी जिम्मेदारी गिरफ्तार अभियुक्तों में से एक मुकेश ने टैक्सी ऑनर के रूप में अभ्यर्थियों को स्कूल तक लाने व वापस पहुंचाने की भूमिका निभायी थी. पेपर लीक माफिया ने गोपनीयता बरतते हुए अभ्यर्थियों को एक निश्चित स्थान से रामकृष्णा नगर के लर्न ब्यॉज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल तक लाने की अलग व्यवस्था रखी थी. इसके लिए स्कूल से दो किमी दूर एक ड्रॉप ऑफ प्वाइंट निर्धारित किया गया था. इस ड्रॉप ऑफ प्वाइंट पर गिरोह के सदस्य उपस्थित थे. इस ड्रॉप ऑफ प्वाइंट से स्कूल तक अभ्यर्थियों को लाने व ले जाने को लेकर गिरोह के सदस्यों ने जिस टैक्सी का उपयोग किया था, उसका ऑनर व चालक मुकेश कुमार था. एनटीए से 15 संदिग्ध अभ्यर्थियों की मिली विवरणी, चार से पूछताछ इओयू ने बताया है कि कांड के अनुसंधान के दौरान अब तक एनटीए से 15 संदिग्ध अभ्यर्थियों के रोल कोड की विवरणी प्राप्त हुई है. इनमें से चार अभ्यर्थियों से पूछताछ की जा चुकी है. शेष अभ्यर्थी अभी पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए हैं. तकनीकी जांच व केस डायरी की विस्तृत रिपोर्ट सीबीआइ को सौंपेगी इओयू नीट यूजी धांधली व कथित प्रश्न पत्र लीक मामला सीबीआइ को सौंपे जाने के बाद अब इओयू के स्तर पर चल रही जांच की कार्रवाई बंद हो गयी है. इओयू अब पूरा मामला सीबीआइ को सौंपने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहा है. इसमें शास्त्रीनगर थाने में दर्ज एफआइआर से लेकर इओयू में दर्ज केस की अब तक हुई तकनीकी जांच व केस डायरी शामिल है. इनके साथ ही जांच के दौरान एजेंसी को हाथ लगे प्रमाण भी सीबीआइ को हैंडओवर होंगे. केस सीबीआइ को सौंपे जाने को लेकर इओयू के अधिकारी रविवार को भी दिनभर पटना कार्यालय में डटे रहे. बिहार पुलिस के मुताबिक सीबीआइ ने मामले में अलग से केस दर्ज कर लिया है और सीबीआइ की विशेष टीम कभी भी पटना पहुंच कर केस को टेकओवर कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक सूचना के आधार पर सीबीआइ ने बिहार सहित अन्य राज्यों में अपनी कार्रवाई शुरू भी कर दी है. …………. गिरफ्तार अभियुक्त का नाम-पता : – बालदेव कुमार उर्फ चिंटू, मुरौरा, बिहारशरीफ (नालंदा) – मुकेश कुमार, मुरौरा, बिहारशरीफ (नालंदा) – पंकु कुमार, बेलदार बिगहा, छबिलापुर, नालंदा – राजीव कुमार उर्फ कारू, कुंडवायर, एकंगरसराय, नालंदा – परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, बेलदारबिगहा, छबिलापुर, नालंदा

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