बिहार में शुरू हुआ वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे से जुड़ा यह काम, यूपी-बंगाल के सफर में 6 घंटे की होगी बचत…

वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे से जुड़ा काम बिहार में शुरू हो चुका है. जानिए कबतक निर्माण कार्य शुरू होगा और बंगाल यूपी का सफर कैसे आसान बनेगा.

By ThakurShaktilochan Sandilya | January 22, 2025 9:44 AM

वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए बिहार में फॉरेस्ट क्लीयरेंस की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. गया, औरंगाबाद और कैमूर जिले में जमीन के लिए ये प्रक्रिया शुरू हो गयी. इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण अब अगले कुछ महीने में शुरू हो जाएगी, इसकी संभावना है. इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से वाराणसी-कोलकाता के बीच की दूरी घटेगी और करीब 6 घंटे के समय की बचत यात्रा में होगी. बिहार-बंगाल यूपी और झारखंड में ये सड़क करीब 610 किलोमीटर की बनने वाली है.

औरंगाबाद, कैमूर और गया में शुरू हुआ काम

एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन का फॉरेस्ट क्लियरेंस नहीं मिलने से जुड़ी शिकायतें लगातार मिलने के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने वन अधिनियम, 1980 में संशोधन किया. जिससे फॉरेस्ट क्लियरेंस की प्रक्रिया आसान हो गयी. बिहार के औरंगाबाद, कैमूर और गया में वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए फॉरेस्ट क्लियरेंस की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.

ALSO READ: किशनगंज-ठाकुरगंज के बीच नदी पर बनेगा पुल, फोरलेन की मिल चुकी है मंजूरी, यहां बाइपास भी बनेगा…

कबतक बनकर तैयार होगी सड़क? कितना समय बचेगा?

अनुमान है कि अगले कुछ महीनों में एक्सप्रेस का निर्माण भी शुरू हो जाएगा और 2027 तक इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की भी संभावना है. बता दें कि इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने के बाद वाराणसी-कोलकाता के बीच का सफर करीब 9 घंटे में पूरा हो जाएगा. अभी औसतन 15 घंटे का समय लगता है.वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे बन जाने के बाद करीब 6 घंटे की बचत होगी.

कहां से गुजरेगा यह एक्सप्रेस-वे

गौरतलब है कि वाराणसी से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे यूपी के चंदौली की बॉर्डर पर चांद में बिहार में प्रवेश करेगा. करीब 160 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद गया के इमामगंज में सड़क निकलेगी और सासाराम के तिलौथू में सोन नदी पार करने और जीटी रोड के जरिए औरंगाबाद में प्रवेश करने के लिए कैमूर की पहाड़ियों में पांच किलोमीटर का सुरंग भी बनाया जाना है. करीब 35 हजार करोड़ रुपए की लागत से यह सड़क 610 किलोमीटर की बनेगी.

Next Article

Exit mobile version