पटना : बिहार के थाली में अधिकतर सब्जियां दूसरे प्रदेशों की हैं. अभी पटना की सब्जी मंडी में बंदगोभी और कद्दू छत्तीसगढ़ से, बैगन यूपी से, गोभी मध्य प्रदेश से और परवल पश्चिम बंगाल से आ रहा है. इसके कारण सब्जियों के भाव में तेजी है.
पिछले एक सप्ताह में सब्जियों के दाम में लगभग 25 फीसदी की तेजी आयी है. राजधानी सहित अन्य इलाके में हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. सब्जियों के भाव बढ़ने से लोग किलाे के बदले पाव में सब्जियां खरीदने को मजबूर हैं. कारोबारियों की मानें, तो अधिक बारिश होने के कारण फसल खराब हो गयी है. साथ ही आवक कम होने से सब्जियों के भाव में तेजी का रुख बना हुआ है. इस बीच सूबे में विधान सभा चुनाव होने के कारण दूसरे प्रदेशों से वाहनों का आना कम हो गया है.
जो वाहन बिहार आ रहे हैं, उनके संचालक मनमना भाड़ा वसूल रहे हैं. उसका भी असर सब्जियों के भाव पर सीधा देखने को मिल रहा है. सब्जी के थोक विक्रेता इंडिया गेट के अनिल कुमार ने बताया कि दूसरे प्रदेशों से कम वाहन आ रहे हैं. जो आ रहे हैं, वे मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं. उन्होंने बताया कि महापर्व छठ के बाद लोकल सब्जियां आने के बाद ही सब्जियों के भाव में गिरावट आयेगी. इस बीच बुधवार को थोक मंडी में प्याज की कीमत में पांच रुपये प्रति किलो की कमी दर्ज की गयी.
आज थोक मंडी में प्याज 55-60 रुपये प्रति किलो रहा. जबकि खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 70 से 75 रुपये प्रति किलो रही. वहीं आलू के दाम में भी उछाल आया है. थोक मंडी में सफेद आलू 35 रुपये, तो लाल आलू 40 रुपये प्रति किलो बिका. जबकि खुदरा बाजार में आलू 50 रुपये किलो तक बिका. आलू -प्याज व्यवसायी संघ के अध्यक्ष आनंद रंजन रिंकू ने बताया कि अभी आलू छत्तीसगढ़ से आ रहा है. इस बार आलू की फसल कमजोर होने के कारण उसके भाव में तेजी है.
सब्जी थोक खुदरा
बंदागोभी 40 60
भिंडी 40 60
नेनुआ 35 50
करैला 40 60
बैगन गोल 30 50
बैगन लोकल 40 60
टमाटर 40-50 70-80
कद्दू 16-20 30-40
मटर छिमी 100 150
Posted By : Sumit Kumar Verma