Patna News: पटना नगर निगम ने 2021 में शहर में 14 वेंडिंग शेल्टर बनाए थे, लेकिन उनकी सही तरीके से उपयोग की समस्या सामने आई है. इन वेंडिंग शेल्टर को हाइकोर्ट के आदेश के बाद फुटपाथी दुकानदारों को अतिक्रमण से बचाने के लिए बनाया गया था. हालांकि, जहां ये शेल्टर बने, वहां भी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. कई शेल्टर का उपयोग ठीक से नहीं किया जा रहा है. कहीं शेड के अंदर जगह भरने के बावजूद दुकानें बाहर लग रही हैं, तो कहीं शेल्टर में गोशाला चल रही है.
नगर निगम ने 98 वेंडिंग जोन बनाने की योजना बनाई थी, जिसमें से केवल 14 का निर्माण हुआ है. शेष 83 जगहों पर जमीन की उपलब्धता नहीं होने के कारण निर्माण रुक गया है. इन जगहों पर सरकारी जमीन की समस्या आ रही है, क्योंकि कई स्थानों पर आवास बोर्ड या अन्य सरकारी विभाग की जमीन है, जिससे नगर निगम को एनओसी नहीं मिल रही.
वेंडिंग जोन से जाम की समस्या और फुटपाथ पर दुकानदारों की स्थिति
इन वेंडिंग जोन के अभाव में, पटना के कई प्रमुख क्षेत्रों में सड़क किनारे ठेले लगने से जाम की समस्या बढ़ रही है. पटना जंक्शन, कदमकुआं, मीठापुर जैसे स्थानों पर यह स्थिति चरम पर है. दुकानदारों का कहना है कि अगर वेंडिंग शेल्टर में जगह मिल जाए तो वे सड़क किनारे दुकान नहीं लगाएंगे, लेकिन शेड के नीचे जगह का उचित बंटवारा न होने से उनकी समस्या बढ़ रही है.
वेंडिंग जोन से जुड़ी सुविधाएं और फायदे
- एक जगह पर सभी खाद्य और अन्य सामान उपलब्ध हो सकते हैं.
- सड़कों पर वाहन पार्किंग की समस्या कम हो जाएगी.
- नगर निगम की सफाई व्यवस्था में सुधार होगा.
- स्मार्ट पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
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आगे की योजना
नगर निगम ने वेंडिंग जोन के निर्माण पर विशेष ध्यान देने का आश्वासन दिया है और जहां आवश्यकता होगी, वहां नए वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे. विभागीय मंत्री से बात कर जमीन की समस्या का समाधान किया जाएगा. इस स्थिति के सुधार के लिए नगर निगम जल्द ही आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दे रहा है.