सुबह चार बजे तक विजिलेंस की चली कार्रवाई, इंजीनियर के 4 ठिकानों से मिले कई दस्तावेज

Vigilance Raids: कार्यालय से विजिलेंस की टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले, जिसे जब्त कर लिया गया. वहीं इंजीनियर जंग बहादुर सिंह का कहना है कि पूर्व डीजीपी योगेश्वर नाथ श्रीवास्तव से जमीन का विवाद था.

By Ashish Jha | January 17, 2025 10:46 AM

Vigilance Raids: पटना. बिहार पुल निर्माण निगम के प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह के ठिकानों पर सुबह चार बजे तक छापेमारी चलती रही. आय से अधिक संपत्ति मामले में गुरुवार देर रात निगरानी ब्यूरो ने दबिश दी थी. छापेमारी की कार्रवाई शुक्रवार सुबह 4 बजे खत्म हुई है. विजिलेंस की टीम ने जंग बहादुर सिंह के पुनाईचक स्थित फ्लैट, पटना के रूपसपुर थाना क्षेत्र के वेद नगर मोहल्ला, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड स्थित कार्यालय और बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुधानी गांव में छापा मारा. इंजीनियर पर आरोप है कि उन्होंने अपने व परिवार के सदस्यों के नाम से पटना और बक्सर शहर में करोड़ों की जमीन, फ्लैट खरीदे हैं.

पूरी रात चली छापेमारी

गोपनीय जांच में निगरानी ने इंजीनियर के खिलाफ लगाए गए आरोप को प्रथम दृष्ट्या सही पाया है. जांच के क्रम में आय से अधिक संपत्ति का साक्ष्य पाए जाने के आधार पर निगरानी थाना काण्ड सं0-03/25, 16 जनवरी 2025 धारा-13 (2) सहपठित धारा 13 (1) (बी) भ्र०नि०अधि० 1988 (संशोधित 2018) दर्ज कर लिया गया है. न्यायालय से सर्च वारंट मिलने के बाद गुरुवार को विजिलेंस की टीम ने इंजीनियर जंगबहादुर सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की. इसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं. वैसे विजिलेंस की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि तलाशी के दौरान बरामद नकद, निवेश से संबंधित कागजात, आभूषण एवं अभिलेख आदि का ब्यौरा पूर्ण रूप से प्राप्त होने पर शुक्रवार को विस्तार से दी जाएगी.

मिले कई महत्वपूर्ण दस्तावेज

इंजीनियर जंग बहादुर सिंह को विजिलेंस की टीम ने लोहिया पथचक्र पुल के नीचे बने कार्यालय से पकड़ा. यहां विजिलेंस की टीम के साथ इंजीनियर की काफी कहासुनी हुई. इंजीनियर कार्यालय के अंदर जाने को तैयार नहीं था, लेकिन जब विजिलेंस टीम ने उनपर दवाब बनाया तो इंजीनियर ने कार्यालय का कमरा खोला. कार्यालय से विजिलेंस की टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले, जिसे जब्त कर लिया गया. वहीं इंजीनियर जंग बहादुर सिंह का कहना है कि पूर्व डीजीपी योगेश्वर नाथ श्रीवास्तव से जमीन का विवाद था. जिसको लेकर उन्होंने निगरानी विभाग में शिकायत की थी. ये मामला कोर्ट में चल रहा है इसी को लेकर छापेमारी की गई है.

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