बिहार में 50 भ्रष्ट अफसरों पर विजिलेंस कर चुका है कार्रवाई, अवैध कमाई में सबसे आगे इंजीनियर
बिहार में विजिलेंस ने ग्रामीण कार्य विभाग के करीब 50 इंजीनियरों पर कार्रवाई की है. इसमें चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक शामिल हैं.
पटना. ग्रामीण कार्य विभाग के किशनगंज प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार राय के ठिकानों से पांच करोड़ 37 लाख रुपये की बरामदगी अब तक की सबसे बड़ा कैश जब्ती है. इससे पहले ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के यहां से सबसे अधिक 4.20 करोड़ कैश बरामद हुआ था. बिहार में विजिलेंस ने 31 दिसंबर तक 4517 लोगों को भ्रष्टाचार में पकड़ा है. इंजीनियर नोटों से भरे बैगों का बिस्तर लगाकर सोने वाले इंजीनियर भी हैं.
50 इंजीनियरों पर कार्रवाई
विजिलेंस ने ग्रामीण कार्य विभाग के करीब 50 इंजीनियरों पर कार्रवाई की है. इसमें चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक शामिल हैं. सबसे अधिक रिश्वत के साथ पकड़े गये लोगों में निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता पटना पश्चिमी सुरेश प्रसाद सिंह थे. उनको 14 लाख रुपये की रिश्वत के साथ जून 2019 में गिरफ्तार किया था. निगरानी ने घर की दीवार-पलंग के अंदर से ढाई करोड़ बरामद किया था. इंजीनियर नोटों से भरे बैगों का बिस्तर लगाकर सोते थे. नोट गिनने के लिये बैंक खुलवाकर मशीन लानी पड़ी थी.
Also Read: Ganga River Water Level : पटना में गंगा पथ पर चढ़ा गंगा नदी का पानी, जलजमाव से आवागमन में हो रहे परेशानी
अवैध कमाई में इंजीनियर सबसे आगे
ईओयू ने बीते दिनों जिन सरकारी अधिकारियों- कर्मचारियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की थी उसमें इंजीनियरों की संख्या सबसे अधिक है. दो साल पहले गोपालगंज में तैनात रहे कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी – तिरहुत नहर अंचल के एसई, पथ निर्माण विभाग खगड़िया में तैनात रहे कार्यपालक अभियंता, मुजफ्फरपुर प्रमंडल के के भवन निर्माण विभाग के एक मंडल कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल 01, पटना के एक कार्यपालक अभियंता , सोनपुर में तैनात रहे पीएचईडी के कनीय अभियंता और ग्रामीण कार्य विभाग पटना के एक कार्यपालक अभियंता आदि की संपत्ति जब्त की सिफारिश की थी.