मसौढ़ी. धनरूआ प्रखंड की सांडा पंचायत के मटवां मठ और मोरियावां पंचायत के कालीचक गांव में नलजल योजना से पानी की जलापूर्ति बंद रहने से आक्रोशित करीब 70 घरों के ग्रामीणों ने रविवार को कुकुरवारा गांव के पास पटना-गया मुख्य मार्ग को को जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप था कि पीएचडी के कर्मियों की घोर लापरवाही से इस भीषण गर्मी में उन्हें पीने के लिए पानी नसीब नहीं हो पा रहा है. बताया जाता है कि मोरियावां पंचायत के कालीचक गांव के वार्ड संख्या 03 में बीते करीब 15 दिनों से नलजल का मोटर खराब था. शनिवार को नया मोटर लगाया गया लेकिन उसे अभी तक चालू नहीं किया गया. इस कारण गांव के करीब 30 घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इधर सांडा पंचायत के मटवां मठ गांव के वार्ड संख्या 13 में अब तक नलजल का बोरिंग नहीं होने से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. ऐसे में वह अपने गांव में स्थित सरकारी चापाकल से पानी लिया करते थे लेकिन दो दिनों से वह भी खराब हो गया, जिससे ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे हैं. सड़क जाम कर हंगामा कर रहे ग्रामीण सुधीर बिंद, प्रमोद बिंद, विनोद बिंद, बुचिया देवी, जनमंती देवी, कबूतरी देवी, संजू देवी, सविता देवी ने बताया कि इसे लेकर उन्होंने धनरूआ बीडीओ व स्थानीय वार्ड सदस्य को कई बार बोला लेकिन उनके द्वारा इस ओर कोई पहल नहीं की जा सकी. ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि मोटर खराब होने या पाइप फट जाने पर पीएचडी के कर्मी सूचना देने के बाद भी नहीं आते हैं. इधर ग्रामीणों के दो घंटे तक सड़क जाम करने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी जिससे वाहनों में सवार दर्जनों यात्री इस भीषण गर्मी में हलकान हो गये. बाद में स्थानीय समाजसेवी विनोद यादव के पहल पर स्थानीय विधायक रेखा देवी से फोन पर ग्रामीणों की बात हुई जिसमें उन्होंने जल्द ही इस ओर पहल करने की बात कही. विधायक के आश्वासन के बाद और मौके पर पहुंची पुलिस के समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए और उन्होंने सड़क जाम खत्म कर दिया. मसौढ़ी के एसडीओ अमित कुमार पटेल ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है. उन्होंने फौरन पीएचडी के अधिकारियों को जलापूर्ति सुचारू रूप से चालू करने का निर्देश दिया है. जलापूर्ति चालू होने तक पीएचडी के कर्मी वहां कैंप करेंगे.
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