निकाय चुनाव में बीजेपी सांसद की पत्नी की हार पर VIP का हमला, कहा- जनता वादों में नहीं सच पर यकीन करती है

वीआईपी प्रवक्ता देव ज्योति ने भाजपा सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद की स्थानीय निकाय चुनाव में हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जनता वादों पर नहीं सच पर यकीन करती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2022 10:06 PM

पटना. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने राज्य में दो चरणों में हो रहे स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण के चुनाव के बाद आने वाले परिणाम और रुझान पर अपना बयान जारी किया है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि जनता वादा नहीं काम पर यकीन करती है और वह अपना मत भी इसी के अनुरूप देती है.

वीआईपी का भाजपा पर हमला 

दरअसल वीआईपी प्रवक्ता देव ज्योति ने अपना राजनीतिक हमला बीजेपी सांसद अजय निषाद पर किया. मुजफ्फरपुर से बीजेपी के वर्तमान सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद की स्थानीय निकाय चुनाव में हार हुई हैं. रमा निषाद हाजीपुर नगर परिषद से चुनाव मैदान में उतरी थी लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. रमा निषाद को वार्ड नंबर 1 से जोशना कुमारी ने हराया है.

वीआईपी विकास की गंगा बहाएगी 

देव ज्योति ने यह भी कहा कि हाल ही में संपन्न हुए कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में वहां की जनता ने वीआईपी के प्रति जो अपना प्यार दर्शाया है, उसे वीआईपी कभी नहीं भूल सकती है. आगामी चुनाव में अगर वीआईपी को मुजफ्फरपुर से उम्मीदवार खड़ा करने का मौका मिलेगा तो पार्टी विकास की गंगा बहाने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ेगी. कुढ़नी समेत पूरे जिले में विकास की गंगा जरूर बहेगी.

रमा निषाद को चुनाव में झेलनी पड़ी हार 

बता दें कि हाजीपुर नगर पर्षद के वार्ड नंबर एक में वार्ड पार्षद पद की उम्मीदवार मुजफ्फरपुर की भाजपा सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद को कांटे की टक्कर में अपनी ही चचेरी बहू ज्योत्सना कुमारी के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा. रमा निषाद को 53 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. ज्योत्सना के ससुर विजय सहनी की गिनती जिले में जदयू के कद्दावर नेता के रूप में होती है. वे वैशाली लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव भी लड़ चुके हैं. मालूम हो कि रमा निषाद हाजीपुर नगर पर्षद की सभापति व उपसभापति रह चुकी हैं. वहीं पिछली दफा वो वार्ड नंबर एक से निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुई थी. रमा निषाद हाजीपुर नगर निकाय चुनाव की पुरानी धुरंधर मानी जाती हैं. लेकिन इस बार उन्हें जनता ने नकार दिया.

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