मुकेश सहनी की बैठक में बुलाकर दारोगा को दी गयी धमकी, विधायक पुत्र पर केस रफा-दफा करने दबाव बनाने का आरोप

मुजफ्फरपुर समाहरणालय में मंगलवार को प्रभारी मंत्री मुकेश सहनी की समीक्षा बैठक खत्म होते ही जमकर हंगामा मचा. विधायक पुत्र के द्वारा सरेआम अहियापुर थाना में पदस्थापित एक सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र पासवान को धमकी दिये जाने के बाद बवाल शुरू हो गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2021 10:01 AM

मुजफ्फरपुर समाहरणालय में मंगलवार को प्रभारी मंत्री मुकेश सहनी की समीक्षा बैठक खत्म होते ही जमकर हंगामा मचा. विधायक पुत्र के द्वारा सरेआम अहियापुर थाना में पदस्थापित एक सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र पासवान को धमकी दिये जाने के बाद बवाल शुरू हो गया. दारोगा ने भी इस मामले पर चुप रहना उचित नहीं समझा और मीडिया के सामने अपनी बात रखी. एक केस को बंद करने के लिए उनपर दबाव बनाने की बात सामने आयी है.

बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी मंगलवार को समीक्षा बैठक ले रहे थे. बैठक खत्म होते ही एक बखेड़ा सामने छिड़ गया. वीआईपी पार्टी से बोचहां विधायक मुसाफिर पासवान के पुत्र अमर पासवान सरेआम दारोगा को धमकाते दिखे. विधायक पुत्र ने दारोगा को कहा कि जितना जल्दी हो सके, केस को रफा-दफा कर दीजिए.

दारोगा ने बताया कि दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर मारपीट की घटना हुई थी. वह आइओ हैं. वरीय पदाधिकारी ने आरोपित की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया है. लेकिन विधायक पुत्र और अन्य कार्यकर्ता केस रफा-दफा करने के लिए दबाव बना रहे हैं. प्रभारी मंत्री के आने पर उन्हें भी बुलाया गया था. बैठक समाप्त होते ही उन्हें धमकाना शुरू कर दिया.

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इधर, बोचहां विधायक ने अपने बेटे पर लगाये आरोप को बेबुनियाद बताते कहा कि वह तो उनके साथ पटना में है. जब उन्हें कहा गया कि दारोगा से उनके पुत्र के बहस का वीडियो भी है, तो वे चुप हो गये. इधर, अमर पासवान ने कहा कि धमकी देने का आरोप गलत है. दारोगा दूसरे पक्ष से मिलकर पैसे लेकर निर्दोष को जबरन फंसा रहे हैं. इसकी जांच होनी चाहिए.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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