वायरल बुखार ने बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएत अस्पताल के बदहाली की पोल खोल दी है. यहां पर बच्चों को माता-पिता पीकू वार्ड भर्ती कराने से लेकर एक्सरे कराने तक खुद कंधा पर लेकर जा रहे हैं. वहीं अस्पताल में रोज करीब 100 मरीज सामने आ रहो हैं, जिसे पीकू वार्ड में बेड भी फुल हो गया है.
जानकारी के मुताबिक पीकू वार्ड से एक्सरे हॉल की दूरी करीब 200 मीटर है. वहीं बच्चों को ले जाने के लिए कोई सुदृढ़ व्यवस्था नहीं है, जिससे माता-पिता को खुद कंधे पर ले जाना पड़ रहा है. वहीं अस्पताल के कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.
इधर, एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में बुधवार को एस्पिरेशन निमोनिया से एक बच्चे की मौत हो गयी. वह पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली निवासी अमित कुमार था.वह दो दिन पहले भर्ती हुआ था. सीएस डॉ विनय कुमार ने कहा कि बच्चे की मौत एस्पिरेशन निमोनिया से हुई है. बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
वहीं मुजफ्फरपुर जिले में फैले वायरल बुखार व ब्रोंकाइटिस पीड़ित बच्चों के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला कम नहीं हो रहा हैं. तीसरे दिन बुधवार को एसकेएमसीएच, केजरीवाल अस्पताल व सदर अस्पताल में 71 बच्चे नये भर्ती हुए हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ की माने तो रोटावायरस, इन्फ्लुएंजा वायरस, राइनोवायरस समेत अन्य वायरस का प्रभाव बढ़ा है. उसके चपेट में आकर बच्चे बीमार हो रहे है. तीसरे दिन एसकेएमसीएच में 40, केजरीवाल में 25 और सदर अस्पताल में 6 बच्चे भर्ती हुए. सभी का इलाज चल रहा है
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