इस वर्ष 20 नवंबर यानी आज से चारों ओर शहनाई की गूंज सुनाई देने लगेगी. लेकिन इस शुभ कार्य के लिए इस बार लोगों को पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी तक अधिक खर्च करना पड़ रहा है. यह सब महंगाई का असर है. इसके कारण लोग अपने मेहमानों की संख्या में कटौती कर हॉल और कैटरिंग की बुकिंग कर रहे हैं. मैरिज हॉल और होटल से जुड़े लोगों की मानें तो लोग 500 की जगह 300 से 400 बीच लोगों के लिए खाने की बुकिंग अधिक है.
राजधानी में छोटे-बड़े मिलाकर लगभग सात सौ से अधिक होटल, मैरिज लॉन और गेस्ट हाउस हैं. यहां कर्मचारियों की एक पूरी टीम तैयार हो रही है. श्याम सुंदर रजक ने बताया कि इस सेक्टर में कुछ कर्मचारी दैनिक वेतन पर काम करते हैं तो कुछ फिक्स वेतन पर. दैनिक वेतन वाले कर्मचारियों को बाहर से बुलाना पड़ता है. इसके लिए उन्हें एडवांस देना पड़ता है. उन्होंने बताया कि मीडिल क्लास के लिए हॉल की बुकिंग और कैटरिंग में कम से कम दो लाख से पांच लाख रुपये का पेमेंट कर रहे हैं. हॉल के साथ के लाइट और फ्लावर शामिल होता है.
वहीं खाने के लिए अलग से पेमेंट करना होता है. वह खाना के मेन्यू के हिसाब से तय होता है. वैसे वेज प्रति प्लेट (कम से कम 500 मेहमान) 600 रुपये से लेकर 1200 रुपये. इनमें 20 से 22 आइटम होते हैं. वहीं नन वेज खाना प्रति प्लेट 800 से 1500 रुपये. इनमें 24 से 26 आइटम होते हैं. इनमें स्टार्टअर भी शामिल होता है.
शादी कार्ड के कारोबारियों ने बताया कि दो साल बाद शादी कार्ड कारोबार में काफी जान देखने को मिल रहा है. कोरोना काल के कारण पिछले साल लोग 25-50 कार्ड ही खरीदते थे और प्रिंट करवाते थे. उस वक्त कई लोग तो केवल देवता पर चढ़ाने के लिए केवल पांच ही कार्ड खरीदते थे. लेकिन अब लोग दो सौ से पांच सौ तक कार्ड खरीदते रहे. फिलवक्त इको फ्रेंडली कार्ड को लोग प्राथमिकता दे रहे हैं. साथ ही महंगे कार्ड का प्रचलन एक बार फिर देखने को मिल रहा है.
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बनारसी पंचाग के अनुसार
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नवंबर: 24, 25, 26
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दिसंबर: 2, 3, 7, 8,9,13,14,15,16
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जनवरी: 15, 17, 18, 19, 25, 26, 27, 30, 31
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फरवरी: 1, 6, 7, 8, 9, 10, 12, 13, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 27, 28
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मार्च: 1, 5, 6, 7, 8, 9, 11, 14
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मिथिला पंचाग के अनुसार
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नवंबर: 20, 21 , 24, 25,27,28,30
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दिसंबर : 4, 5, 7, 8, 9, 14
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जनवरी: 18,19,22,23,25,26,27,30
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फरवरी: 1,6,8,10,15,16,17,22,24,27
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मार्च: 1,6,8,9,13
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मई: 1,3,7,11,12,17,21,22,26,29,31
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जून: 5,7,8,9,12,14,18,22,23,25,28
आचार्य राकेश झा ने बताया कि सनातन धर्मावलंबियों के शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवोत्थान एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु के जागृत होने पर चातुर्मास की समाप्ति के बाद 20 नवंबर से शुरू होगा. चातुर्मास के बाद इस वर्ष में कुल 13 शुभ लग्न मुहूर्त शेष होंगे. बनारसी पंचांग के अनुसार नवंबर में तीन तथा दिसंबर में भी नौ वैवाहिक लग्न है. वहीं मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर में सात एवं दिसंबर में छह शुभ विवाह मुहूर्त है. इसके बाद अगले साल 2023 में मकर संक्रांति के बाद शादी-ब्याह का लग्न शुरू होगा.
शास्त्रों में शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना बड़ा महत्वपूर्ण होता है. वैवाहिक बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता माना गया है. इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शादी के शुभ योग के लिए बृहस्पति, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है. रवि गुरु का संयोग सिद्धिदायक और शुभफलदायी होते हैं. इन तिथियों पर शादी-विवाह को बेहद शुभ माना गया है.
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वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों काफी उत्साहित, बुकिंग हो चुकी है शुरू
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4 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद शुरू होगा लग्न का शुभ मुहूर्त
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20 नवंबर से गूंजेगी शहनाई, 16 दिसंबर तक शुभ मुहूर्त में होंगी कई शादियां
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शहनाई – 8 हजार से 10 हजार रुपये, शाम चार बजे से रात 12 बजे तक
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बग्घी एक घोड़ा- 12 हजार से 15 हजार रुपये, चार से छह घंटा
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बग्घी दो घोड़ा- 20 हजार से 25 हजार रुपये चार से छह घंटा
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लाइट- झाड़-फाटक और बैंड बाजा(सामान्य)- 45 से 60 हजार रुपये, चार से छह घंटा
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फूल सजावट – कम से कम 20 हजार रुपये अधिकतम दो से तीन लाख रुपये
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वाहन – होंडा सिटी कार 10 हजार से 15 हजार रुपये, ऑडी कार 20 से 25 हजार रुपये और अन्य कार 5 हजार से दस हजा रुपये
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फोटो व वीडियोग्राफी – तिलक, शादी और रिसेप्शन कम से कम एक लाख रुपये
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वरमाला के लिए डोली या ट्रोली – 50 से 70 हजार रुपये
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20 हजार लोगों को मिलता है रोजगार