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Vocational Course: शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, अब बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में होगी BCA, BBA, BMS की पढ़ाई

Vocational Course: उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी की ओर से जारी पत्र में बीसीए, बीबीए, बीएमएस सहित अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम में नामांकन की अनुमति दी गई है. लेकिन, इसके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की मंजूरी जरूरी है.

By Ashish Jha | July 28, 2024 10:30 AM
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Vocational Course: पटना. शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. अब बिहार के सभी विश्वविद्यालयों को व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई हो सकेगी. विभाग ने इसी सत्र से दाखिले की अनुमति भी दे दी है. वैसे अभी एक सत्र 2024-25 के लिए ही अस्थायी तौर पर मान्यता दी गई है. शिक्षा विभाग ने सभी कुलसचिवों को इस आशय का पत्र भेज दिया है. विभाग ने नामांकन की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने का निर्देश दिया है. अब सोमवार से कई विश्वविद्यालयों में नामांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इससे जो गरीब परिवार से आने वाले विद्यार्थी बाहर नहीं जा पाने की वजह से वोकेशनल की पढ़ाई से वंचित रह जाता थे, अब उन्हें अपने संस्थान में ही मौका मिलेगा.

अटका हुआ था नामांकन का मामला

शिक्षा विभाग से अनुमति नहीं मिलने के कारण नामांकन का मामला काफी दिनों से अटका हुआ था. बिहार के 50 हजार से अधिक विद्यार्थी दाखिले से वंचित थे. उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी की ओर से जारी पत्र में बीसीए, बीबीए, बीएमएस सहित अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम में नामांकन की अनुमति दी गई है. लेकिन, इसके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की मंजूरी जरूरी है. ऐसा नहीं करने वाले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों पर कार्रवाई की जाएगी. पत्र में कहा गया है कि पिछले सत्र 2023- 24 में जितनी सीटों पर नामांकन लिया गया था, उतनी ही सीटों पर नामांकन लेना है. उन्हीं विषयों में नामांकन लेना है, जिसकी ऑर्डिनेंसनें और रेगुलेशन को राज्यपाल सचिवालय से मान्यता प्राप्त है.

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विश्वविद्यालय अपने स्तर से करेंगे जांच

पत्र में यह भी कहा गया है वैसे कॉलेज जहां पर प्रयोगशाला, शिक्षक, आधारभूत संरचना आदि मानक के अनुरूप नहीं है, वहां नामांकन कम सीटों पर लेना है या नहीं लेना है, इसकी जांच विश्वविद्यालय अपने स्तर से करेंगे. आगामी वर्ष 2025- 26 में जिन अंगीभूत कॉलेजों को सीटों की संख्या बढ़ानी है, वे पहले ही अपने सक्ष्म प्राधिकार से अनुमति प्रदान कर लेंगे लें, ताकि सीटों का निर्धारण और कोर्स संचालन की अनुमति स्थायी रूप से सके. शिक्षा विभाग के इस निर्णय से छात्र छात्राओं में खुशी की लहर है. स्थानीय कॉलेज या यूनिवर्सिटी में वोकेशनल की पढ़ाई नहीं होने से उन्हें बाहर जाना पड़ता था.

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