जल प्रबंधन की परियोजनाओं का तेजी से होगा कार्यान्वयन
पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के पोर्टल के उपयोग के संबंध में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के लिए एकदिवसीय विशेष प्रशिक्षण सत्र सह चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के आंकड़ों का उपयोग करने के संबंध में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण संवाददाता,पटना पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के पोर्टल के उपयोग के संबंध में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के लिए एकदिवसीय विशेष प्रशिक्षण सत्र सह चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान तैयार करने वाली संस्था भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशन एंड जियोइनफॉरमैटिक्स (बीआइएसएजी-एन), अहमदाबाद के साइंटिस्ट अजय पटेल और विजय सिंह द्वारा प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल तथा विभागीय मुख्यालय के सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे. प्रधान सचिव ने सिंचाई और जल प्रबंधन की आगामी महत्वपूर्ण परियोजनाओं, डगमारा, ढेंग, तैयबपुर, अरेराज, कटौंझा और मसान में प्रस्तावित नये बराज की डीपीआर तैयार करने में पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के आंकड़ों का उपयोग करना का निर्देश दिया. इस पर बीआइएसएजी-एन के अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गयी कि बिहार सरकार का जल संसाधन विभाग पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के आंकड़ों का उपयोग कर सिंचाई और जल प्रबंधन से संबंधित परियोजनाओं की डीपीआर तैयार करने वाला देश का पहला जल संसाधन विभाग होगा.इससे पहले बीआइएसएजी-एन के विशेषज्ञों ने प्रस्तुतीकरण के दौरान बताया कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों से संबंधित आंकड़ों का संकलन किया गया है. इस पोर्टल के अंतर्गत विभिन्न तरह के आंकड़ों का विश्लेषण करने के लिए टूल्स का विकास भी संभव है. इसी कड़ी में जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों के उपयोग के लिए नये टूल्स का सृजन किया जायेगा.
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