कैमूर में खुलेगा वाटर स्पोर्ट्स सेंटर, सरकार के निर्देश पर बांध, नदी और घाट का किया जायेगा चयन
कैमूर में अगर वाटर स्पोर्टस सेंटर का संचालन शुरू कराया जाता है, तो पानी के खेलों के खिलाड़ियों समेत इन सेंटर पर आने वाले पर्यटकों को भी पानी के खेलों का आनंद उठाने का सुनहरा मौका मिलेगा. पर्यटक पानी की लहरों पर अठखेलियां करते हुए पानी के बौछारों के बीच खेल का आनंद उठा सकेंगे.
कैमूर में पर्यटन विकास को लेकर वाटर स्पोर्ट्स सेंटर खोलने की तैयारी हो चुकी है. इसे लेकर जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जिला प्रशासन को पानी के खेलों के लिए सेंटर बनाने के लिए उपयुक्त बांध स्थल या चौड़ी नदी के पाट या बड़े घाटों को चयनित करने का निर्देश दिया गया है. इस संबंध में पानी के खेलों को बढ़ावा देने के लिए जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार की मांग का हवाला देते हुए राज्य सरकार के स्तर से कैमूर, पटना, नालंदा, भोजपुर, बक्सर तथा सासाराम जिला प्रशासन को पत्र भेजा गया है.
पत्र में कहा गया है कि पर्यटन के दृष्टि से जल खेलों को बढ़ावा देने का सरकार ने निर्णय लिया है. जिले में ऐसे क्षेत्र जो हमारे इतिहास, संस्कृति व विरासत की पहचान है, जैसे बड़े बांध के परियोजना स्थल, महत्वपूर्ण नदी के विस्तृत पाट, झील या महत्वपूर्ण बड़े घाट जहां वाटर स्पोर्टस की संभावना मौजूद हो उसकी पहचान की जानी चाहिए या फिर ऐसे जल क्षेत्र जहां इस तरह की गतिविधियों का संचालन पहले से किया जा रहा हो या चला आ रहा हो की भी पहचान की जानी चाहिए. ताकि, चयनित स्थल का प्रस्ताव जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार को उपलब्ध कराया जा सके.
ऐसे चयनित उत्कृष्ट केंद्रों की पहचान में पानी के खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि आने वाले पर्यटकों के लिए प्रशासनिक सूचनाएं और सरकारी उपलब्धियों को भी बड़े सूचना पट्टों या डिस्पले स्क्रीन के माध्यम से प्रदर्शित किया जा सके. बता दें कि कैमूर से सटे उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में राज्य की झीलों में एक रामगढ़ झील में योगी सरकार वाटर स्पोर्टस सेंटर का संचालन करा रही है. वहां पानी के राज्यस्तरीय और राष्ट्रीयस्तर की प्रतियोगिता आयोजित करायी जाती है.
वाटर स्पोर्ट्स सेंटरों पर विकसित होंगे खेल
बता दें कि जिले में अगर वाटर स्पोर्टस सेंटर का संचालन शुरू कराया जाता है, तो पानी के खेलों के खिलाड़ियों समेत इन सेंटर पर आने वाले पर्यटकों को भी पानी के खेलों का आनंद उठाने का सुनहरा मौका मिलेगा. पर्यटक पानी की लहरों पर अठखेलियां करते हुए पानी के बौछारों के बीच खेल का आनंद उठा सकेंगे. जानकारी के अनुसार, वाटर स्पोर्ट्स सेंटरों पर सरकार स्तर से बोटिंग, वाटर बाइकिंग, स्कीइंग आदि खेल की सुविधाएं विकसित करायी जायेंगी. इन सेंटरों पर जल क्रीड़ा क्षेत्र के खेल नौका दौड़, तैराकी आदि विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराया जा सकेगा. इन सुविधाओं के बहाल होने के बाद राष्ट्रीयस्तर पर वाटर स्पोर्ट्स सेंटर की पहचान कायम हो जायेगी और जल क्षेत्र के स्थानीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा तराशने और उच्च स्तर के खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करने का सुनहरा अवसर मिल जायेगा.
दुर्गावती जलाशय परियोजना पर वाटर स्पोर्ट्स सेंटर की अपार संभावनाएं
कैमूर जिले में करकटगढ्, तेलहाड़ कुंड, जगदहवां डैम समेत पहाड़ी वादियों में कई ऐसे मनोरम जल क्षेत्र हैं, जहां लोग सुकून पाने के लिए विशेष अवसरों समेत वर्षभर आते-जाते रहे हैं. वाटर स्पोर्ट्स सेंटर के लिए दुर्गावती जलाशय परियोजना सबसे मुफीद स्थल हो सकता है. बता दें कि इस परियोजना का जल संग्रहण क्षेत्र परियोजना के कार्यपालक अभियंता रामवतार राम के अनुसार 627 वर्ग किलोमीटर के रेंज में फैला हुआ है.
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कैमूर और रोहतास जिले के तीन पहाड़ियों को बांधकर यह परियोजना तैयार की गयी है. वर्तमान में इसके जल क्षेत्र में सैलानियों को बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाती है. यही नहीं, इस परियोजना का जल संग्रहण क्षेत्र अब प्रवासी पक्षियों का भी केंद्र बना है और इसे बर्ड सेंचुरी के रूप में विकसित करने का प्रयास हो रहा है. ऐसे में अगर वाटर स्पोर्ट्स सेंटर यहां संचालित कराया जाता हैं, तो पर्यटन विकास के लिए कैमूर में एक नया दरवाजा खुल जायेगा.