पटना : राज्य के सभी जिलों में पीने के पानी की जांच के लिए आधुनिक तकनीक वाला जांच केंद्र स्थापित किया जायेगा. पूर्व से चल रहे जांच केंद्रों को सुसज्जित व आधुनिक तकनीक से लैस किया जायेगा. पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा कहा है कि इसके लिए विभाग ने विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है.
जल गुणवत्ता की जांच प्रभावकारी ढंग से करने के लिए सभी पूर्व सेे बनीं जिला स्तरीय व राज्य स्तरीय प्रयोगशालाओं के सुदृढीकरण के लिए 18.40 करोड़ की योजना की स्वीकृति दी गयी है.इसके लिए सभी जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, पुराने उपकरणों एवं संयंत्रों के स्थान पर नये उपकरणों को लगाने और आवश्यकता के अनुसार मानव बल को आउटसोर्सिंग के आधार पर रखा जायेगा.
मंत्री ने कहा कि साथ ही राज्य स्तरीय प्रयोगशाला के लिए आधुनिक उपकरण एवं संयंत्र की व्यवस्था के लिए भी प्रावधान रखा गया है, ताकि जल में मौजूद हैवी मेटल एवं अन्य तत्व की जांच भी जा सके.इस स्वीकृत योजना में 13 रसायनशास्त्री, 11 प्रयोगशाला सहायक एवं 38 अदद सैंपुल टेकर की सेवा आउटसोर्सिंग से ली जायेगी. सभी जलापूर्ति योजनाओं के जल गुणवत्ता की मॉनीटरिंग के लिए जल नमूनों की नियमित जांच विभागीय प्रयोगशालाओं द्वारा की जाती है.राज्य के सभी जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं में 75 अवर प्रमंडलीय प्रयोगशाला एवं नौ चलंत जल जांच प्रयोगशालाएं हैं , जिनसे जलापूर्ति की गुणवत्ता की जांच करायी जा रही है.