सामंती मानसिकता के खिलाफ हम लड़ते रहे हैं: चिराग
चिराग पासवान ने गुरुवार को वैशाली के हाजीपुर लोकसभा सीट से नामांकन किया. उससे पहले उन्होंने डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि कर प्रणाम किया था. इसके बाद कुछ लोगों द्वारा प्रतिमा को दूध से धोने के मामले पर चिराग पासवान ने कहा है कि ये सामंती मानसिकता है.़
पटना. चिराग पासवान ने गुरुवार को वैशाली के हाजीपुर लोकसभा सीट से नामांकन किया. उससे पहले उन्होंने डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि कर प्रणाम किया था. इसके बाद कुछ लोगों द्वारा प्रतिमा को दूध से धोने के मामले पर चिराग पासवान ने कहा है कि ये सामंती मानसिकता है , जिसके खिलाफ बाबा साहेब भी और मेरे पिता ने लड़ाई लड़ी थी.उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह मानसिकता राजद और राजद से जुड़ी पार्टी की हो सकती है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो बिहार को बर्बाद कर चुके हैं. आज मैं बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट के माध्यम से बिहारियों को एकजुट करने की बात करता हूं. जात-पात मजहब से उठकर बिहारियों के विकास की बात करता हूं, तो कांग्रेस और राजद के नेता और उनके समर्थक इस तरीके की जातिवादी भावनाओं को छूत -अछूत की भावना को भड़काने का काम कर रहे हैं.बहरहाल, वोट की राजनीतिक के लिए इतनी गिरावट जहां खाने -पीने से लेकर जात-पात के बाद अब लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीति छुआछूत तक पहुंच गयी है, जो बेहद निंदनीय है.
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