पटना : पूरे प्रदेश में अगले 72 घंटे भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है. 27 जून से पटना में भारी बारिश का अनुमान है. आपदा विभाग ने अपील की है कि बारिश में घर से बाहर नहीं निकले. मौसम खराब होने पर खेत से निकल जाएं. पेड़ों के नीचे खड़ा नहीं रहें . प्रदेश के लिए अगले 72 घंटे प्राकृतिक आपदा के लिहाजा से मुसीबत भरे होंगे. इस दौरान पूरे प्रदेश में भारी बारिश और खतरनाक वज्रपात की आशंका जतायी गयी है.
बिहार के 19 जिलों के लिएअगले 72 घंटे भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में रोहतास, औरंगाबाद, गया, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, खगडिया, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, बांका, भागलपुर, कटिहार शामिल हैं.
27 जून से पटना में भारी बारिश की आशंका है. जलजमाव को लेकर पटना को संभवत : 26 तारीख को अलर्ट जारी कर दिया जायेगा.आइएमडी पटना ने चेतावनी जारी कर कहा है कि इस दौरान जलजमाव, यातायात और बिजली सेवा बाधित हो सकती है. नदियों में अप्रत्याशित तौर पर जल स्तर बढ़ सकता है. हालांकि खेती के लिहाज से मॉनसून बेहद शानदार चल रहा है.
आइएमडी पटना की तरफ से जारी चेतावनी के मुताबिक भारी बारिश एवं वज्रपात की सर्वाधिक आशंका नेपाल की तराई से सटे क्षेत्र एवं उत्तर-मध्य बिहार के जिलों मसलन पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज , सीवान, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर,सारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा,पूर्णिया, किशनगंज एवं कटिहार में है. 27 जून से पटना सहित मध्य बिहार में सभी जगह और दक्षिणी बिहार के जिलों खासकर बक्सर, आरा, जहानाबाद, नालंदा, लखीसराय, भागलपुर, बांका, खगड़िया और बेगूसराय आदि जिलों में भारी बारिश एवं ठनका गिरने की आशंका है. फिलहाल बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती जोन लगातार शक्तिशाली होता जा रहा है.
गुरुवार की सुबह से मौसम का मिजाज बदलने लगा. आसमान में बादल छाने लगे और 10 बजे के करीब थोड़े देर के लिये झमाझम बारिश भी हुयी. इसके बाद पूरे दिन आसमान में काला बादल छाये रहा. हल्की बारिश व आसमान में बादल छाये रहने से राजधानी का अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस नीचे गिरावट दर्ज की गयी. गर्मी से राहत मिली.