पटना : चक्रवाती तूफान अम्फान का बिहार के मौसम पर अगले 48 घंटे तक अच्छा-खासा असर देखने को मिल सकता है. इस दौरान विशेष रूप से पूर्वी बिहार में आंधी-तूफान और मूसलधार बारिश की आशंका है़. इसके अलावा दक्षिण-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी बिहार में अच्छी खासी बारिश हो सकती है़ यहां पचास से साठ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बहने का पूर्वानुमान है. इन सभी क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, दूसरी तरफ मध्य और पश्चिमी बिहार में आंशिक बरिश और बादल छाये रहेंगे. पूरे प्रदेश में 20 मई की शाम से तेज हवा बहनी शुरू हो गयी. कई जगह बरसात भी हुई है. इसकी वजह से रात का तापमान काफी कम हो गया. अम्फान के असर से पूरे प्रदेश का उच्चतम तापमान बुधवार को ही तुलनात्मक रूप में चार से सात डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गयी.
पूर्वी बिहार में अम्फान चक्रवात का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा. इसकी एक खास भौगोलिक वजह है. यह तूफान बुधवार को पश्चिमी बंगाल के सुंदरवन के धरातलीय तटवर्ती क्षेत्र से टकाराया है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सामान्य तौर पर प्री मानसून के दौर में आने वाले शक्तिशाली चक्रवातों का दायरा 600-800 किलोमीटर रहता है. यह एक तरह उसकी परिधि होती है. पूर्वी बिहार वहां से करीब 500 किलोमीटर के दायरे में है़ इसलिए यह इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित रहेगा. पूर्वी बिहार में सबसे ज्यादा बारिश कराने वाले कम ऊंचाई के बादल रहेंगे़ इनकी ऊंचाई मुश्किल से अधिकतम तीन किलोमीटर होगी.
चक्रवाती तूफान अम्फान के मद्देनजर 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की पांच टीमों को बिहटा (पटना) और रांची से ओडिशा और पश्चिम बंगाल भेजकर तैनात किया गया है. चक्रवाती तूफान से निबटने के लिए 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की चार टीमों को पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना जिलों में तैनात किया गया है, जबकि एक टीम को ओडिशा के जगतसिंहपुर जिला में तैनात किया गया है.
कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि एनडीआरएफ बल मुख्यालय नयी दिल्ली के आदेश पर इन टीमों की तैनाती ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों में किया गया है. द्वितीय कमान अधिकारी रवि कांत के नेतृत्व में चार टीमों को पश्चिम बंगाल भेजा गया है. सभी टीमें संबंधित राज्य और जिला प्रशासन के साथ कुशल समन्वय स्थापित कर मुस्तैदी से राहत व बचाव ऑपेरशन में जुटी हुई है.
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वहीं, एनडीआरएफ महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान ओडिशा और पश्चिम बंगाल दोनों प्रभावित राज्यों में 40 से अधिक तैनात एनडीआरएफ टीमों के ऑपरेशनल गतिविधियों की निगरानी स्वयं कर रहे हैं. ऑपेरशन के दौरान एनडीआरएफ के कार्मिक कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं और इस संक्रमण से बचाव के सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं. सिन्हा ने कहा कि बिहार में कोरोना से निबटने में एनडीआरएफ के कार्मिक मुस्तैदी से जुटे हुए हैं. बिहार में इस महामारी से निबटने के लिए 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की 18 सब-टीमें रोहतास, गया, पटना, मुंगेर, बकसर, सीवान नालंदा और गोपालगंज जिलों में तैनात है.
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