– अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक तक पहुंचा राजदेव पांडेय,पटना बिहार में उच्चतम तापमान लगातार सामान्य से अधिक चल रहा है. दक्षिणी बिहार मेंउच्चतम तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री तक अधि है. उत्तरी बिहार में यह पारा सामान्य से दो से ढाई डिग्री अधिक है. अगले कुछ दिन दिन के तापमान में गिरावट का कोई पूर्वानुमान नहीं है. हालांकि आइएमडी पटना ने बुधवार को जारी पूर्वानुमान में बताया है कि अगले 48 घंटे तक न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट हो सकती है. आइएमडी के अनुसार बक्सर, गया, डेहरी, औरंगाबाद, खगड़िया और मुंगेर में उच्चतम तापमान 30 डिग्री पार कर चुका है. पटना, पूर्णिया, मधुबनी, मोतिहारी, जमुई,भोजपुरबांका,राजगीर आदि में पारा 30 डिग्री से नाम मात्र के लिए कम है. दक्षिणी बिहार का औसत उच्चतम तापमान भी 29-30 डिग्री सेल्सियस है. फरवरी मध्य में उच्चतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पहुंचना या उसे पार करना असामान्य घटनाक्रम माना जा रहा है. –गेहूं को हीट स्ट्रेस का खतरा, … तो घट जायेगी 20 से 40 % पैदावार बिहार के अधिकतर इलाकों में फरवरी में अभी तक औसत उच्चतम तापमान सामान्य से दो से पांच डिग्री अधिक रहा है. इस तरह इस सीजन में बढ़े हुए उच्चतम तापमान ने खासतौर पर गेहूं की खेती को संकट में डाल दिया है. खेती के लिहाज से यह अलार्मिंग स्थिति है. डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम एवं जलवायु विज्ञानी डॉ ए सत्तार के मुताबिक अगर यह दशा पूरे फरवरी में रही तो गेहूं के उत्पादन में 20 से 40 % तक गिरावट हो सकती है. रबी की फसल के लिए तापमान की बढ़ी हुई इस अवस्था को ””टर्मिनल हीट स्ट्रेस”” कहा जाता है. टर्मिनल हीट स्ट्रेस उस दशा को कहा जाता है, जिसमें गेहूं में फूल व अंकुरण आने और फसल की परिपक्वता तक आदर्श या सामान्य तापमान में कहीं अधिक तापमान होता है. उन्होंने बताया कि बिहार के अधिकतर इलाकों में इस साल अधिकतर जगहों पर गेहूं 25 नवंबर के बाद बोया गया है. इस समय पर बोये गये गेहूं में अभी फूल आने (फ्लॉवरिंग ) की स्टेज भी नहीं आयी है. ऐसी दशा में 25 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान अच्छी और स्वस्थ दशा में गेहूं में फूल नहीं आने देगा. अंकुरण भी प्रभावित करेगा.
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