राहुल अपनी संपत्ति व विरासत बांटकर योजना की शुरुआत क्यों नहीं करते : राजीव रंजन

जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को कहा है कि राहुल गांधी अपनी संपत्ति और विरासत बांटकर योजना की शुरुआत क्यों नहीं करते हैं? लगातार मिल रही हार से कांग्रेस के नेताओं का मानसिक संतुलन हिल गया है. लंबे समय से घोटाला नहीं कर पाने की कसक इनके बयानों में साफ दिखायी दे रही है. राहुल गांधी द्वारा लोगों की संपत्ति का पता लगाने के बाद उसे बांट देने के बयान के बाद अब उनके राजनीतिक गुरु सैम पित्रोदा ने अमेरिका की तर्ज पर लोगों के मरने पर कम- से- कम उनकी आधी संपत्ति सरकार द्वारा ले लिए जाने की वकालत की है. इससे साफ है कि आम जनता की खून-पसीने से अरजी हुई कमाई के साथ-साथ कांग्रेस अब उनके पुरखों की संपत्ति पर भी कांग्रेस अपना पंजा मारने की फिराक में है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 24, 2024 6:46 PM

संवाददाता, पटना जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को कहा है कि राहुल गांधी अपनी संपत्ति और विरासत बांटकर योजना की शुरुआत क्यों नहीं करते हैं? लगातार मिल रही हार से कांग्रेस के नेताओं का मानसिक संतुलन हिल गया है. लंबे समय से घोटाला नहीं कर पाने की कसक इनके बयानों में साफ दिखायी दे रही है. राहुल गांधी द्वारा लोगों की संपत्ति का पता लगाने के बाद उसे बांट देने के बयान के बाद अब उनके राजनीतिक गुरु सैम पित्रोदा ने अमेरिका की तर्ज पर लोगों के मरने पर कम- से- कम उनकी आधी संपत्ति सरकार द्वारा ले लिए जाने की वकालत की है. इससे साफ है कि आम जनता की खून-पसीने से अरजी हुई कमाई के साथ-साथ कांग्रेस अब उनके पुरखों की संपत्ति पर भी कांग्रेस अपना पंजा मारने की फिराक में है. उन्होंने कहा कि मामला वायरल होने पर कांग्रेस के अन्य नेता अब इस मसले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी इस तरह के सर्वे की बात की गई है. राहुल गांधी के इरादों को खतरनाक बताते हुए जदयू प्रवक्ता ने कहा कि यदि दुर्भाग्य से भी राहुल के वादे जमीन पर उतर गये तो देश का बेड़ा गर्क हो जायेगा. इससे न केवल समाज का आर्थिक तानाबाना छिन्न-भिन्न हो जायेगा, बल्कि लोगों का आपसी भाईचारे की भी धज्जियां उड़ जायेंगी. राजीव रंजन ने कहा है कि राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि यदि वह सही में इस वादे को जमीन पर उतारना चाहते हैं ,तो सत्ता पाने का इंतजार क्यों कर रहे हैं? क्यों नहीं वह अपने साथी युवराजों के साथ अपने घर और अपनी संपत्ति बांटकर इस कार्य की शुरुआत आज-कल में ही कर देते हैं.

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