तीन विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ शीतकालीन सत्र

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आरंभ तीन नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ सोमवार को हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | November 26, 2024 1:01 AM
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संवाददाता,पटना बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आरंभ तीन नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ सोमवार को हुआ. विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने रामगढ़ के नवनिर्वाचित विधायक अशोक कुमार सिंह, इमामगंज की विधायक दीपा कुमारी और बेलागंज की विधायक मनोरमा देवी को सदन की सदस्यता दिलायी. तरारी के विधायक विशाल प्रशांत मंगलवार को शपथ ग्रहण करेंगे. सदन के पहले दिन द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया गया. साथ ही बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों द्वारा यथा पारित सात विधेयकों की विवरणी सदन पटल पर रखी गयी. इनमें बिहार विनियोग (संख्या-3) विधेयक 2024, बिहार लिफ्ट एवं एस्केलेटर विधेयक 2024, बिहार माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2024, बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) विधेयक 2024, बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2024, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (संशोधन) विधेयक 2024 और बिहार नगरपालिका (संशोधन) विधेयक 2024 शामिल हैं. सदन को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने सदन को बताया कि वर्तमान सत्र में कुल पांच बैठकें निर्धारित है. इसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 के द्वितीय अनुपूरक बजट का व्यवस्थापन होगा. राजकीय विधेयक लिये जायेंगे. साथ ही गैर सरकारी संकल्प की सूचना भी निपटाया जायेगा. उन्होंने कहा कि संसदीय प्रणाली लोकतंत्र के प्रभावी संचालन के लिए अनिवार्य है. लोकतंत्र में शक्ति का विकेंद्रीकरण, जनता की भागीदारी और सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करती है. इसमें विधायकों की भूमिका एक सेतु की तरह होती है. विधायक जनता व सरकार के बीच संवाद स्थापित करते हैं. समाज को न्याय, समानता और प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाने में लोकतांत्रिक व्यवस्था काम करती है. सदन में विचार विमर्श को प्रभावी और समावेशी बनाना ही सभी जनप्रतिनिधियों का कर्तव्य है. भारत में एक मजबूत संसदीय प्रणाणी विकसित की है. भारत में विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच एक संतुलन स्थापित है. यह संतुलन संविधान से स्थापित हुआ है. उन्होंने बताया कि 26 नवंबर को संविधान दिवस है. इसी दिन संविधान को अपनाया गया था. संविधान देश की विविधता, एकता और लोकतांत्रिक आदर्शों का प्रतीक भी है. उन्होंने सदस्यों से अपील की कि वाद-विवाद का स्तर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप में नहीं सिमटना चाहिए. सदन की पहले दिन कार्यवाही जननायकों के शोक प्रकाश के साथ संपन्न हुई. (बॉक्स) अध्याशी सदस्यों का निर्वाचन विधानसभा अध्यक्ष ने इस सत्र के लिए अमरेंद्र प्रताप सिंह, दारमोदर रावत, विजय शंकर दूबे, भूदेव चौधरी और ज्योति देवी ने अध्याशी सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया. कार्यमंत्रणा समिति सदस्य विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि कार्यमंत्रणा समिति के सदस्यों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जी मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, डा शकील अहमद खान, विशेष आमंत्रित सदस्यों में नरेंद्र नारायण यादव, आलोक कुमार मेहता, महबूब आलम, अजय कुमार, रामरतन सिंह और ज्योति शामिल हैं.

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