Patna : कमरा देखने आये तीन युवकों ने की रिटायर्ड प्रिंसिपल की पत्नी की हत्या

तीन अपराधियों फ्लैट देखने के बहाने पाटलिपुत्र थाने के नेहरू नगर स्थित मकान नंबर 378ए में घुसे और मकान मालकिन रंजना देवी की गला दबा कर हत्या कर दी. वह रिटायर्ड प्रिंसिपल की पत्नी थी़ं

By Prabhat Khabar News Desk | July 1, 2024 1:29 AM

संवाददाता, पटना: पाटलिपुत्र थाने के नेहरू नगर स्थित मकान 378ए में रविवार की शाम दिवंगत प्रिंसिपल की पत्नी रंजना देवी की हत्या कर दी गयी़ तीन लोग किराये का कमरा देखने आये और उन्हें गला दबाकर मार डाला. बचाने आयी बेटी की भी गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया. जब वह चिल्लाने लगी, तो तीनों फरार हो गये. भागने के दौरान गमछी और चप्पल भी वहीं छूट गयी. बेटी अंकिता रिसर्च स्कॉलर है. मृत महिला लखीसराय के पॉलिटेक्निक से रिटायर प्रिंसिपल स्व. कुमार चंद्रशेखर की पत्नी थी. करीब 63 साल की रंजना और बड़ी बेटी अंकिता चार मंजिले मकान में रहती हैं. अंकिता एएन काॅलेज से पीएचडी कर रही हैं. छाेटी बेटी मनीषा गुरुग्राम में रहती हैं. शाम में तीन अपराधियाें ने गेट खटखटाया. अंकिता ने गेट खाेला, ताे उन्होंने कहा कि किराये पर फ्लैट लेना है. मां-बेटी पहली मंजिल पर रहती हैं. मां तीनाें काे फ्लैट दिखाने के लिए तीसरी मंजिल पर गयीं. तीसरी मंजिल पर ही गमछा से मुंह छिपाये अपराधियाें ने रंजना से मारपीट की और फिर गमछे से गला दबा कर मार डाला. इसके बाद तीनाें नीचे आये और अंकिता का गला दबाने की काेशिश की.

तीसरे तल्ले पर चारों ओर पसरा था खून

बेटी अंकिता ने बताया कि जब मैं तीसरी मंजिल पर गयी, ताे देखा कि मां खून से लथपथ हैं और फर्श पर पड़ी हैं. उनकी माैत हाे चुकी थी. भागने के दाैरान अपराधियाें की चप्पल और गमछा छूट गया था. घटना के बाद अंकिता ने छाेटी बहन मनीषा काे फाेन किया. फिर पुलिस काे सूचना दी. सूचना के बाद सिटी एसपी सेंट्रल चंद्रप्रकाश, एसडीपीओ टू विधि-व्यवस्था डीके पांडेय और पाटलिपुत्र थानेदार राजकिशाेर प्रसाद पहुंचे. देर रात तक शव घर में ही था. एफएसएल की टीम भी जांच करने पहुंची और मौके से अपराधियों के गमछा व चप्पल को जब्त कर लिया है. बेटी के लिखित बयान पर अज्ञात पर केस दर्ज हुआ है.

परिचित के शामिल होने की आशंका

सूत्राें के अनुसार, हत्या करने वाले रंजना या उनके परिवार का काेई-न-काेई परिचित है. उन्हें पता था कि किस फ्लाेर पर फ्लैट खाली है. मकान में काैन-काैन रहते हैं? सूत्राें के अनुसार किसी ने पहले भी उस मकान की रेकी की है. रेकी करने के बाद ही तीनाें शाम में पहुंचे और हत्या करने की नीयत से ही आये थे.

एक आरोपित पहले भी आ चुका था

अंकिता ने बताया कि इन तीनाें में काले रंग का एक युवक पहले भी फ्लैट लेने के बहाने यहां आ चुका है. हाे सकता है कि किसी तरह का बदला लेने के लिए आया और मां काे मार डाला. छाेटी बहन गुरुग्राम से साेमवार काे सुबह में पहुंचेगी. इधर,चाची की हत्या की सूचना मिलने के बाद गांव से उनके भतीजे चुन्नू शर्मा समेत कई लाेग पटना पहुंचे. कुमार चंद्रशेखर पांच साल पहले रिटायर हुए थे. छह माह पहले उनकी बीमारी से माैत हाे गयी. वह जहानाबाद के बरथू के रहने वाले थे. कुमार चंद्रशेखर काे औरंगाबाद के कुरमा गांव में करीब 15-20 बिगहा जमीन भी है. बेटी अंकिता ने बताया कि जिस वक्त तीनाें आये, उस वक्त मां फोन पर माैसी से बात कर रही थीं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version