Patna News : तीसरी मंजिल से महिला ने चार साल के भतीजे को फेंका, फिर खुद लगा दी छलांग

जयप्रकाश नगर स्थित मकान की तीसरी मंजिल से गुरुवार की सुबह एक महिला ने पहले अपने भतीजे को फेंक दिया और फिर खुद ही छलांग लगा दी. मौके पर ही दोनों की मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 22, 2024 1:57 AM
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संवाददाता, पटना : जक्कनपुर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर स्थित मकान की तीसरी मंजिल से गुरुवार की सुबह एक महिला ने पहले अपने देवर अविनाश उर्फ कारू पासवान के पांच वर्षीय बेटे आयांश को फेंक दिया और फिर खुद ही छलांग लगा दी. घटना उस वक्त हुई, जब घर में सभी सो रहे थे. हो-हल्ला की आवाज सुन घर वाले बाहर निकले, तो देखा कि दोनों का शव नीचे पड़ा हुआ है. इसके बाद आनन-फानन में दोनों को निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी. मृतका संजू देवी पति राजीव रंजन के साथ अपने चचेरे ससुर के घर पर छठ में आयी हुई थी. बुधवार की रात सभी सो गये. आयांश अपनी दादी के साथ सोया हुआ था. इसी दौरान संजू ने आयांश को दादी के पास से उठाया और बालकनी का दरवाजा खोल फेंक दिया. इसके बाद उसने खुद छलांग लगा दी. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर जक्कनपुर थाना की पुलिस पहुंच गयी. ससुराल वाले व पति राजीव कुमार का कहना है कि संजू मानसिक रूप से बीमार थी. चाचा का पूरा परिवार तीसरी मंजिल पर रहता है. सुबह में ही संजू ने चचेरे भाई के बेटे को बालकनी से फेंक दिया और फिर खुद ही छलांग लगा दी. मृतका मूल रूप से नालंदा के चंडी की रहने वाली थी.

शादी के बाद से ही ससुराल वाले कर रहे थे प्रताड़ित :

लड़की के पिता उमेश पासवान ने बताया कि चार साल पहले बेटी संजू कुमारी (22 वर्ष) की शादी चंडी निवासी राजीव रंजन (27 वर्ष) से हुई थी. दहेज की मांग को लेकर शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित किया जा रहा था. पुलिस स्टेशन में एक बार पति-पत्नी के बीच समझौता भी हुआ था. इसके बाद भी ससुराल वाले उसे तंग कर रहे थे. वहीं मृतका के पति राजीव रंजन ने कहा कि किसी की हत्या नहीं हुई है. दोनों की मौत छत से नीचे गिरने से हुई है. हमलोगों ने भतीजे के शव को गंगा में प्रवाहित कर दिया है.

ससुराल वालों ने कहा- आयांश को ससुराल में मिलता था ज्यादा प्यार, इस बात से थी नाराज :

परिजनों के अनुसार संजू का एक बेटा तीन साल का और बेटी चार साल की है. वहीं देवर अविनाश उर्फ कारू पासवान का बेटा आयांश था. अविनाश के बेटे को ससुराल में ज्यादा प्यार मिलता था. इस बात को लेकर संजू हमेशा खफा रहती थी. उसे लगता था कि उसके बेटे को कोई प्यार नहीं करता है. न उसे इज्जत मिलती है. इसी खुन्नस में आकर उसने इस घटना को अंजाम दिया है.

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