राज्यभर में हर घर नल का जल योजना में महिलाएं दे रही हैं सुझाव
मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना में पुरुषों से अधिक महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है.पीएचइडी अधिकारियों के मुताबिक महिलाएं योजना संबंधी शिकायत सबसे अधिक दे रही हैं
– पीएचइडी के मुताबिक योजना संबंधी शिकायत करने में भी आगे संवाददाता, पटना
मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना में पुरुषों से अधिक महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है.पीएचइडी अधिकारियों के मुताबिक महिलाएं योजना संबंधी शिकायत सबसे अधिक दे रही हैं.2016 से जलापूर्ति योजना में बढ़- चढ़ कर काम में लगे हुए हैं. वहीं, पेयजल की सफलता में महिलाओं की बड़ी भूमिका रही है. पेयजल सुविधा के निर्माण के बाद इनकी मरम्मत व साफ- सफाई में महिलाएं आगे आ रही हैं. महिलाएं जलापूर्ति योजना के बेहतर संचालन के लिए अपना 100 प्रतिशत योगदान दे रही हैं.मरम्मत में काफी सुझाव आ रहे
Bजल चौपाल में भी महिलाओं की भागीदारी अधिक
ग्रामीण इलाकों में योजना के बेहतर संचालन के लिए जल चौपाल लगाया जाता है. विभाग के मुताबिक जल चौपाल में भी महिलाएं सबसे अधिक आकर सुझाव देती हैं. इनमें लीकेज, नल के टोंटी की खराबी व पानी की बर्बादी रोकने संबंधी कई सुझाव देती हैं, इन पर अमल करके योजना को और बेहतर किया गया है.
महिला ने कही अपनी बात
मधुबनी के अंधराथाड़ी प्रखंड की बिंदा देवी ने कहा कि पहले उनके गांव में फिनाइल, सैनेट्री पैड, टॉयलेट क्लीनर नहीं मिलता था. किसी को जरूरत हुई तो मधुबनी या अंधराथाड़ी बाजार जाना होता था, लेकिन यह सहज उपलब्ध है.दिन -रात कभी भी जरूरत हो यह दुकान पर मिल जाता है. .नल का टोंटी टूटने पर कम से कम 24 घंटे का समय नया टोंटी लगाने में लगता था. हजारों लीटर पीने का पानी बर्बाद होता था. अब तो पांच से दस मिनट में नल का टोंटी बदल जाता है.
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