पटना. एक महिला के हाथ में परिवार सुरक्षित होता है, उसी तरीके से सूबे में अगर महिला उद्यमी आगे आती हैं, तो उद्योग सुरक्षित रहेगा. साथ ही बैंक का ऋण समय से चुकता होता जायेगा, क्योंकि नारी शक्ति के पास समर्पण और धैर्य शक्ति ज्यादा होती है. ये बातें सूबे के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने शुक्रवार को कहीं.
महिला उद्यमी सहकारी समिति की ओर से स्थापना दिवस सह एक्सपो का उद्घाटन हुए समीर महासेठ ने कहा कि नारी शक्ति के बिना राज्य के उद्योग के विकास की बात संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार जहां 10 लाख रोजगार देने के लिए प्रयास कर रही है. वही अगर महिला उद्यमियों की फौज तैयार हो जाये, तो 10 लाख से ऊपर जो जीएसटी राज्य के बाहर जा रहा है. वह रुक जायेगा और वह धन राज्य के विकास में अहम भूमिका निभायेगा. महासेठ ने कहा कि दिव्यांग महिला अपनी स्टार्टअप योजना के लिए विभाग में आती हैं, तो उन्हें तुरंत 10 लाख रुपये तक की योजनाएं मुहैया करायी जायेगी.
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के निदेशक प्रदीप कुमार ने कहा कि महिला या युवा उद्यमी हों, वह कार्यालय आकर आधे घंटे के अंदर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसकी ऑनलाइन प्रक्रिया भी है. इस माध्यम से उद्यमियों को सभी प्रकार की सब्सिडी का लाभ, मार्केटिंग में सुविधा, केवीआइसी के माध्यम से 25 से 50 लाख तक का लोन मिल सकता है.
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कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महिला उद्यमी सहकारी समिति की अध्यक्ष कल्पना कुमारी ने कहा कि संस्था महिला उद्यमियों को निरंतर सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करता है, उन्हें विकसित करता है. उन महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण योग्यता पेशेवर नेटवर्किंग के साथ बाजार उपलब्ध कराया जाता है. मौके पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक अजय बंसल, एनएसआइसी के शैलेश कुमार, इला मित्तल, रूमा वर्मा, ममता कुमारी, माला गुप्ता, सुशीला कुमारी, स्वाति सिंह, प्रज्ञा भारती आदि मौजूद थीं.