अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर पटना जंक्शन पर हो रहे लगभग सभी कामों की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथों में रही. वहीं, महिला क्रू-मेंबरों द्वारा गाड़ी संख्या 03294 (दानापुर जंक्शन से) व गाड़ी संख्या 03375 (पटना जंक्शन से) पैसेंजर स्पेशल का परिचालन किया गया. शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दानापुर मंडल में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था.
इस दौरान दानापुर में महिला रेलकर्मियों द्वारा ट्रेनों का परिचालन व रेल प्रणाली के विभिन्न कार्याें को निष्पादन किया गया. इसके अलावे रेलवे स्कूल में क्विज व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जबकि, कार्यालय के सभागार में महिलाओं के सशक्तीकरण व वेल्थ अवेयरनेस के मुद्दों पर जागरूक करने के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया. मौके पर मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी ने में कहा कि महिलाएं रेलवे के सभी विभागों में कार्य करने में भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं और अच्छा परिणाम भी दे रही हैं. इस मंडल से दोपहर 12 बजे गाड़ी संख्या 03294 का परिचालन लोको पायलट सोनी कुमारी व सहायक लोको पायलट बबीता किरण ने किया.
टिकट जांच से लेकर पूछताछ काउंटर तक की जिम्मेदारी
शुक्रवार को पटना जंक्शन के पूछताछ काउंटर से टिकट चेक करने की जिम्मेदारी महिलाओं ने उठायी. इसके साथ ही आरपीएफ की महिलाएं भी प्लेटफॉर्म पर तैनात रहीं. जबकि, गाड़ी संख्या 03375 (पटना-बक्सर मेमू) के परिचालन का कमान लोको पायलट रिचा कुमारी व सहायक लोको पायलट कुमारी दिव्या के कंधे पर रहा. पटना जंक्शन से दोपहर 2:32 बजे खुली व शाम 5:50 बजे पहुंची. इस ट्रेन में ट्रेन मैनेजर भी महिलाएं थीं, जिनमें सभ्यता सुमन लाल झंडा व निवेदिता पुष्कर हरी झंडी लिये हुए थीं.
साथ ही, मौके पर मौजूद लोको पायलट से लेकर महिला गार्ड को गुलाब का फूल देकर सम्मानित किया गया. वहीं, यात्रियों ने देखकर खुशी जाहिर की. महिलाओं के इस भगीरथ प्रयास को कई ने अपने मोबाइल कैमरे में भी कैद करने की कोशिश की. लोको पायलटों ने कहा कि अगर अवसर मिले तो हम किसी भी कार्य को कर सकती हैं. हमें ट्रेन चलाने की जिम्मेदारी दी गयी है, इससे वे खुश हैं.
महिलाओं ने आकाश से लेकर धरती तक बखूबी निभायी जिम्मेदारी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं ने आकाश से लेकर धरती तक जिम्मेवारी बखूबी निभायी. एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से महिलाओं के हाथ में एयरपोर्ट ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी. इसमें सुरक्षा से लेकर यात्रियों की सहायता तक की जिम्मेदारी महिलाओं को दी गयी. विमान टेक ऑफ व लैंडिंग का काम महिला कैप्टन ने किया. जानकारों के अनुसार पटना से गुवाहाटी जानेवाली स्पाइसजेट के विमान का संचालन कैप्टन रचिता मत्ता व उनकी टीम ने किया.
विमान उड़ाने की कमान मिलने पर पूरी टीम बेहद खुश नजर आयी. पटना एयरपोर्ट के हेल्प डेस्क पर यात्रियों की सहायता का काम भी महिलाओं के जिम्मे रहा.एयरपोर्ट पर इंट्री से लेकर एग्जिट तक भी महिलाएं मुस्तैद रहीं. मिली जानकारी के अनुसार एसटीसी, कम्युनिकेशन, सर्विलांस से लेकर प्रशासन की जिम्मेदारी भी महिला अधिकारी द्वारा संभाली गयी. पटना एयरपोर्ट पर तैनात सीआइएसएफ की महिला जवानों को भी सुरक्षा में लगाया गया था. दिव्यांगों को सहायता पहुंचाने में महिलाएं आगे रहीं.