पटना सिटी. डेंगू की वैक्सीन डेंगीऑल के लिए तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान के साथ देश के बीस केंद्रों पर चल रहा है. ट्रायल में देश के बीस केंद्र पर दस हजार लोगों को दिया जायेगा. इसके बाद मरीजों को दो वर्षों तक फॉलोअप होगा. ट्रायल सफल रहा, तब देश को बड़ी उपलब्धि मिलेगी. यह बात संस्थान के निदेशक डॉ कृष्णा पांडे ने संस्थान के 61वें स्थापना दिवस व देश रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की 140वीं जयंती पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही. निदेशक ने कहा कि मलेरिया की रोकथाम के लिए भी काम चल रहा है. डब्ल्यूएचओ के द्वारा पीकेडीएल के ट्रीटमेंट पर गाइडलाइन अगले वर्ष जनवरी तक आ जायेगी. मुख्य अतिथि पूर्व सचिव डीएचआर एवं महानिदेशक आइसीएमआर नयी दिल्ली डॉ विश्व मोहन कटोच ने कहा कि देश में 16 ट्रॉपिकल डिजीज है, जिनमें चार बीमारी पर यह संस्थान काम कर रहा है. इसमें कालाजार उन्मूलन के लिए संस्थान बेहतर कार्य किया है. अब यक्ष्मा उन्मूलन के साथ ट्रॉपिकल डिजीज के उन्मूलन पर संस्थान में कार्य हो रहा है. कार्यक्रम में चिकित्सा अनुसंधान और सार्वजनिक स्वास्थ्य में अनुकरणीय योगदान के लिए डॉ विश्व मोहन कटोच को डॉ राजेंद्र प्रसाद ओरेशन अवार्ड दिया गया. आइजीआइएमएस के निदेशक डाॅ बिंदे कुमार व आइसीएमआर-एनजेआइएल ओएसडी, आगरा की पूर्व निदेशक डॉ किरण कटोच ने संस्थान की भूमिका को रेखांकित किया. मंच संचालन डॉ यश पॉल शर्मा व धन्यवाद ज्ञापन डॉ वहाब अली ने किया. आयोजन में डॉ सीएस बाल, डॉ वीएनआर दास, डाॅ आरके टोपनो, संजय चौबे समेत अन्य चिकित्सक, वैज्ञानिक व कर्मी उपस्थित थे.
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