विश्व कैंसर दिवस: उत्तर बिहार में ब्रेस्ट कैंसर के सबसे अधिक मरीज, ओरल कैंसर के भी बढ़े मामले
World Cancer Day: स्क्रीनिंग में महिलाओं को कैंसर के लक्षणों को बताया जा रहा है और इस तरह के लक्षण दिखने पर उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या होमी भाभा कैंसर अस्पताल में आने की सलाह दी जा रही है.
World Cancer Day: मुजफ्फरपुर. उत्तर बिहार में ब्रेस्ट कैंसर सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है. राज्य स्वास्थ्य समिति और होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र के संयुक्त जांच में अब तक 4583 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान की गयी है. विभिन्न जिला मुख्यालय और गांवों में चलाये जा रहे स्क्रीनिंग अभियान में लगातार नये मरीज मिल रहे हैं. जांच के लिए महिलाओं में जागरूकता बढ़ी है तो बीमारी की पहचान भी होने लगी है.
छह लाख से अधिक महिलाओं का हुई स्क्रीनिंग
उत्तर बिहार में अब तक 6,76,203 महिलाओं की स्क्रीनिंग की गयी है, जिसमें 4583 ब्रेस्ट कैंसर की मरीज मिली हैं. इसके अलावा गर्भाशय कैंसर की भी पहचान हो रही है. विभिन्न जिलों में 88,923 मरीजों की स्क्रीनिंग में 2196 महिलाओं में गर्भाशय कैंसर की पहचान की गयी है. स्क्रीनिंग में महिलाओं को कैंसर के लक्षणों को बताया जा रहा है और इस तरह के लक्षण दिखने पर उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या होमी भाभा कैंसर अस्पताल में आने की सलाह दी जा रही है. ओरल कैंसर के भी बढ़ रहे मरीज उत्तर बिहार में ओरल कैंसर के भी मरीज बढ़ रहे हैं. जांच में इसकी पुष्टि हो रही है.
उत्तर बिहार में 17 लाख से अधिक मरीज
उत्तर बिहार के विभिन्न जिला मुख्यालयों और गांवों में 17,92,736 संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी थी, जिसमें ओरल कैंसर के 4474 मरीज मिले हैं. इनका इलाज होमी भाभा कैंसर अस्पताल में चल रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर की रोकथाम, शीघ्र पहचान और उपचार होने से कई मामलों का निदान संभव हुआ. होमी भाभा कैंसर अस्पताल में पिछले वर्ष मिले कैंसर मरीजों में 17,944 का पंजीकरण किया गया. यहां मरीजों की कीमोथेरेपी और सर्जरी की जा रही है. साथ ही 53 हजार 909 मरीजों को डे केयर उपचार की सुविधा दी जा रही है.
लोगों में जागरुकता का अभाव
इस संबंध में होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद के प्रभारी डॉ रविकांत ने कहा कि नियमित जांच, स्वस्थ जीवनशैली और कैंसर के प्रति जागरुकता बढ़ाने में सहयोग करने से कैंसर में कमी आ सकती है. इसके लिए जागरुकता अभियान तेज करने की जरूरत है. कैंसर की प्रारंभिक पहचान होने से लोगों का जीवन बचाया जा सकता है. होमी भाभा कैंसर अस्पताल में डे केयर, सिटी स्कैन और नये ऑपरेशन थिएटर की सेवाएं शुरू की गयी है.
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