कोरोना संक्रमण से गहराए संकट के बीच अब इस आपदा से निजात के लिए प्रार्थना और दुआओं का दौर भी जारी है. कहीं यज्ञ और हवन तो कहीं इबादत में लोग जुटे हुए हैं. कोरोना के खिलाफ जारी युद्ध के बीच मंगलवार को बिहार सहित पूरे देश में यह अद्भुत दृश्य देखने को मिला. एक साथ हजारों हिन्दू गोशालाओं व लाखों स्थानों में यज्ञ-हवन किया गया. वहीं मुसलमान अल्लाह की इवाबदत में जुटे रहे.
मंगलवार को कृष्ण अष्टमी के दिन हवन यज्ञ कई मंदिरों व गौशाला में किए गए. पटना के पटन देवी, कंकड़बाग गायत्री मंदिर, श्रीकृष्ण गौशाला समेत कई अन्य जगहों पर वैदिक मंत्रों के साथ कोरोना को भगाने के लिए हवन किए जा रहे थे. हवन और मंत्रों के माध्यम से पर्यावरण की शुद्धि के प्रयास और कोरोना महामारी से मुक्ति व लोगों की मानसिक शांति की प्रार्थना की गई.
वहीं रमजान के अंतिम अशरे की पहली शब-ए-कद्र में जुटे मुसलमान अल्लाह की इबादत में लीन थे. उन्होंने नफिल नमाज और कुरानशरीफ पढ़ा. उन्होंने कोरोना संक्रमण के कारण चारो तरफ फैले कोहराम के खात्मे और कोरोनावायरस को खत्म कर सुकून वापस लौटाने के लिए खास दुआ की. सोमवार की आधी रात के बाद घरों से रब के आगे रो-रोकर दुआ मांगने की सिसकियां बाहर आ रही थी. लोग अपनी गुनाहों के लिए खुदा से माफी मांग रहे थे.
संत पशुपति वेद विद्यालय के आचार्यों ने वैदिक मंत्रों से हवन कुंड में आहूति दी और कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए प्रार्थना की. वहीं सुबह से ही गोशालाओं, मंदिरों, आश्रमों और घरों में अनुष्ठान किया गया. बिहार ही नहीं बल्कि दिल्ली में भी महामृत्युंजय मंत्र व संजीवनी मंत्र के साथ शांति और आरोग्य मंत्र भी गूंजते रहे. कोरोना से राहत के लिए ईश्वर-अल्लाह से की गई फरियाद तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
POSTED BY: Thakur Shaktilochan