पटना. डाक विभाग विभिन्न क्षेत्रों में 45 दिनों तक की इंटर्नशिप के जरिये अनुभव प्राप्त कर सीखने का अवसर प्रदान कर रहा है. बिहार में फिलवक्त लगभग दस हजार डाकघर हैं. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार डाकघरों के माध्यम से युवा शक्ति का प्रभावी प्रयोग, वित्तीय समावेशन, इ-कॉमर्स व आपूर्ति शृंखला प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स, स्पेस डिजाइन आदि के क्षेत्र में भारतीय डाक की पहलों के लिए मददगार होगा. डाक निदेशालय और डाक सर्कलों सहित डाक विभाग में प्रशिक्षु के रूप में कार्यरत युवाओं को सरकार की कार्यप्रणाली, विशेषकर नागरिक केंद्रित सेवाओं की डिलिवरी और वित्तीय समावेशन के क्षेत्रों के बारे में अनुभव प्राप्त होगा. सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी, भविष्य में प्रशिक्षुओं के हितों और करियर को आगे बढ़ाने में सहायक होगी. इंटर्नशिप के लिए आवेदक को भारतीय नागरिक होना चाहिए. यूजीसी से मान्यता प्राप्त कॉलेज और संस्थाओं में अध्ययनरत स्नातक के वे छात्र, जिन्होंने कॉलेज में न्यूनतम एक वर्ष की शिक्षा पूरा कर ली है.आवेदन आमंत्रित करने संबंधी नोटिस में कहा गया है कि इंटर्नशिप की अवधि 30 दिन से 45 दिन तक की हो सकती है. डाक निदेशालय का प्रोग्राम डिवीजन या डाक सर्कल इंटर्नशिप की अवधि के दौरान प्रशिक्षुओं को केवल आधे दिन के लिए भी नियोजित कर सकता है. इंटर्नशिप की अपेक्षित अवधि को संतोषजनक ढंग से पूरी नहीं कर पाने वाले प्रशिक्षुओं को कोई भी प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जायेगा. चयनित आवेदकों को अपने पर्यवेक्षक, विभागाध्यक्ष या प्रधानाचार्य से एक पत्र प्रस्तुत करना होगा, जिसमें संस्थान में छात्र की वर्तमान स्थिति और संबंधित अवधि जिसके लिए उसका चयन किया गया है, के बारे में इंटर्नशिप कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति के लिए अनापत्ति प्रदान करने का उल्लेख जरूरी है.
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