पटना. लोकसभा चुनाव में मतदान बढ़ाने के लिए डोर टू डोर अभियान चलाया जायेगा. इस दौरान जिलास्तरीय स्वीप टीम बूथ-बूथ जाकर युवा मतदाताओं में टी-शर्ट, टोपी और स्टीकर का वितरण करेगी. यह सभी काम मतदान के प्रतिशत में वृद्धि के लिए किया जा रहा है, जिससे अधिक संख्या में मतदाता वोटिंग कर सकें. भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव में मतदान बढ़ाने को लेकर निर्देश जारी किया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को इस निर्देश से अवगत करा दिया है. इसके साथ ही बूथ मित्रों को यह जिम्मेदारी दी गयी है कि वह पहली बार वोट देनेवाले की पहचान करें और उनको प्रोत्साहित करें. बीएलओ के ह्वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से मैसेजिंग की जाये. इसी प्रकार से नगरपालिका क्षेत्रों में वार्ड इंस्पेक्टर ग्रुप से मैसेज दें. आयोग ने निर्देश दिया है कि वेबकास्टिंग और सुगम पोर्टल के माध्यम से मतदान की कतार को ट्रैक किया जाये. जिस बूथ पर कम मतदान हो रहा है वहां की टीम को सक्रिय कर मतदान बढ़ाने की दिशा में पहल की जाये. वेबकास्टिंग का उपयोग वैसे बूथों की पहचना के लिए की जाये जहां पर वोटिंग की स्थिति खराब हो. पहली बार मतदान करनेवाले मतदाताओं को पहचान पत्र दिया जाये. जिस बूथ पर कम मतदान हो वहां पर टोला सेवक, जीविका दीदी, विकास मित्र और बीएलओ जैसे कर्मियों को एक्टिव किया जाये. जिला नियंत्रण कक्ष लगातार वेबकास्टिंग के माध्यम से वोटर टर्न आउट की मॉनीटरिंग करे. इसी प्रकार बूथ स्तरीय गतिविधियों में आशा, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम, कृषि सलाहकार, एनसीसी, स्काउट, एनएसएस कैंडर को लगया जाये. जहां पर भी वोटर टर्न आउट कम है वहां पर लोकतंत्र का मोबाइल वैन जाकर माइकिंग से प्रचार-प्रसार करे. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वह मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर जीविका, आशा, आइसीडीएस कर्मियों का प्रयोग करते हुए डोर- टू- डोर अभियान चलाएं. ऐसा करते समय जिला स्तर पर पिछले लोकसभा आम चुनाव 2019 की तुलना में बूथ स्तर पर न्यूनतम 10 प्रतिशत वोटर टर्न आउट में बढ़ोतरी करनेवाले बीएलओ, जीविका दीदी, आसीडीएस कर्मी, पंचायत सचिव, विकास मित्र और स्वीप गतिविधियों में संलग्न जिला स्तरीय कर्मी व पदाधिकारी को चिह्नित किया जाए. साथ ही चयनित कर्मियों को जिलाधिकारी द्वारा मतदान प्रतिशत में सुधार करनेवाले हर प्रखंड से तीन पदाधिकारी व कर्मी को तीन हजार, दो हजार और एक हजार प्रोत्साहन राशि दी जाए. साथ ही 10 लोगों को 500-500 रुपये का सांत्वना पुरस्कार प्रमाणपत्र के साथ दिया जाए. यह राशि स्वीप मद से दी जायेगी.
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