संवाददाता, पटना प्रतियोगी परीक्षाएं लेने वाली सरकारी एजेंसियों के अभेद्य नेटवर्क को अब राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय पेपर लीक के संगठित अंतरराज्जीय गिरोह आसानी से भेद रहे हैं. मेडिकल में नामांकन को ली जाने वाली नीट परीक्षा से लेकर बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा, शिक्षक नियुक्ति परीक्षा और सिपाही बहाली परीक्षाओं में हुई पेपर लीक की घटनाओं ने प्रतियोगी छात्रों का भरोसा डगमगा दिया है. बिहार में इन पेपर लीक मामलों की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की मानें तो अधिकांश मामलों में सेटरों के अंतरराज्जीय गिरोह का नेटवर्क पता चला है. प्रश्न पत्रों को लीक करने में परीक्षा व्यवस्था से जुड़े छोटे कर्मी गिरोह के सदस्यों के साथ मिल कर बड़ा खेल कर रहे हैं. हालांकि परीक्षा एजेंसियों द्वारा जांच एजेंसी को परीक्षा संचालन से जुड़ी जानकारियां मुहैया नहीं कराये जाने से अब तक बड़े लोग अछूते रहे हैं. इओयू ने नोटिस जारी कर एनटीए से लेकर बीपीएससी से परीक्षा संचालन व्यवस्था से जुड़ी जानकारी मांगी है, लेकिन उनके द्वारा स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही. शिक्षक बहाली पेपर लीक के आरोपित इसमें भी शामिल जांच के मुताबिक शिक्षक बहाली पेपर लीक का मुख्य आरोपी नगरनौसा (नालंदा) के डॉ शिव और उसके पिता डॉ संजीव उर्फ संजीव मुखिया की भूमिका नीट धांधली और सिपाही बहाली पेपर लीक में सामने आयी है. डॉ शिव ने शिक्षक बहाली का पेपर लीक करने के लिए बीपीएससी को सहयोग कर रही कंपनी के कर्मियों को मिला लिया था. इस जेनिथ लॉजिस्टिक कंपनी के गिरफ्तार दोनों मुंशी राहुल पासवान और 2023 में रद्द हुई बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी भी थे. वहीं शिक्षक बहाली पेपर लीक में हजारीबाग से गिरफ्तार गया के नीतीश कुमार की संलिप्तता नीट यूजी परीक्षा में हुई धांधली में पायी गयी है. ये सभी पेपर लीक के मास्टरमाइंड डॉ शिव से जुड़े हुए हैं. इसके तार यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक कांड से भी जुड़ रहे हैं. नीट विवाद में 13 अभियुक्तों को अब तक पुलिस ने किया गिरफ्तार पांच मई 2024 को नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक का पटना से बड़ा कनेक्शन रहा. आरोप है कि खेमनीचक स्थित एक हॉस्टल और एक स्कूल में कथित रूप से 35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पूर्व नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र हल करवाया गया. इसमें अब तक 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. बीपीएससी 67वीं संयुक्त (पीटी) में अब तक 17 आरोपित पकड़ाये आठ मई 2022 को हुई परीक्षा में 18 से अधिक पदों पर संदिग्धों के बहाल होने की आशंका है. मामले में डीएसपी स्तर के एक पदाधिकारी परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्रों के एक सेट की स्कैन कॉपी कथित रूप से प्रसारित करने के आरोप में 23 जून 2022 को गिरफ्तार हुए. अब तक इसमें 17 गिरफ्तार हो चुके हैं. सिपाही भर्ती परीक्षा करनी पड़ी रद्द केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने 21391 सिपाहियों की बहाली को लेकर जून 2023 में विज्ञापन निकाला गया. करीब 18 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. मगर एक अक्टूबर 2023 को हुई लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गयी. 21 जिलों में इससे संबंधित 67 केस दर्ज हैं. इनमें 150 से अधिक की गिरफ्तारी भी हुई. केंद्रीय चयन पर्षद के तीन अध्यक्ष बदले, लेकिन नतीजा नहीं निकला. बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा (फेज तीन) भी हुई रद्द बीपीएससी द्वारा 15 मार्च 2024 को ली गयी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (फेज तीन) का पेपर लीक होने के बाद यह परीक्षा रद्द कर दी गयी. इसमें इओयू ने बताया कि पूरे कांड के मास्टर माइंड नालंदा के डॉ शिव और उसका पिता डॉ संजीव उर्फ संजीव मुखिया है. इस कांड में 279 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी है. नीट को रद्द करने की मांग को लेकर छात्र राजद ने किया प्रदर्शन पटना. नीट रद्द करने की मांग के लिए अलग-अलग संगठनों की ओर से आंदोलन जारी है. सोमवार को छात्र राजद ने आयकर गोलंबर पर प्रदर्शन किया और परीक्षा रद्द करने की मांग की. साथ ही प्रधानमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का विरोध जताया. इसके पहले छात्र राजद से जुड़े कार्यकर्ताओं ने राजद कार्यालय से प्रदर्शन करते हुए आयकर गोलंबर पहुंचे और परीक्षा रद्द करने की मांग की. छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष गगन यादव ने कहा कि नीट का पेपर लीक होने के बाद भी इसे रद्द नहीं किया जा रहा है, जबकि छात्रों से लेकर पुलिस तक कई साक्ष्य एनटीए को सौंप चुकी है. आंदोलन में छात्र नेता अंकित चौधरी, कुंदन गुप्ता, अमन कुमार लाल, दीपक कुमार, बसंत कुमार, सोनल कुमार, विष्णु कुमार, रॉकी रंजन सहित कई छात्र शामिल थे.
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