पटना. राज्य कैबिनेट की अगली बैठक में करीब 130 मेगावाट की बहुद्देशीय डगमारा पनबिजली परियोजना को मंजूरी मिल सकती है. ऊर्जा विभाग इसका प्रस्ताव तैयार करने में जुटा है. इस परियोजना को केंद्र सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पिछले दिनों इस परियोजना के प्रजेंटेशन और विशेषज्ञों द्वारा बनाये गये डिजाइन को देखकर संतोष जताया था. डगमारा परियोजना के निर्माण को लेकर राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने लगातार केंद्र सरकार से बातचीत जारी रखी.
उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह से इस परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने का अनुरोध भी किया. पिछले दिनों केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह के समक्ष एनएचपीसी ने डगमारा पनबिजली परियोजना पर विस्तार से प्रजेंटेशन दिया था.
इसको देखने के बाद केंद्रीय मंत्री ने योजना को लेकर एनएचपीसी से आगे की कार्रवाई करने को कहा था. सुपौल जिले के कोसी बराज से नीचे और कोसी महासेतु से थोड़ा ऊपर संभावित बनने वाली डगमारा परियोजना वर्ष 2006-07 से ही विभिन्न स्तरों पर अटकी पड़ी है. कभी नक्शे को लेकर, तो कभी इसके स्थान को लेकर विवाद खड़ा होता रहा.
पिछले लंबे समय से डागमारा परियोजना अपनी परियोजना लागत, तो निर्माण स्थल को लेकर विवादों में रहा है. नेपाल की सीमा के नजदीक होने से अंतरराष्ट्रीय समस्या के कारण भी यह अटक गया था. अब सभी विवादों से इसे छुटकारा मिल गया है.
Posted by Ashish Jha