बिहार में मोर की मौत से थम गया ट्रेन का चक्का, सलामी देकर राजकीय सम्मान के साथ दी गयी विदाई
Bihar News: बगहा में ट्रेन के इंजन में फंसकर जलने से मोर की मौत हो गयी .जिसके बाद करीब तीन घंटे तक सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस ठहरी रही. टावर बैगन व टीआरडी की टीम और वन कर्मियों की टीम के सहयोग से मृत मोर को बाहर निकाला गया .वहीं राजकीय सम्मान के साथ मोर को विदाई दी गयी.
Bihar News: बिहार के पश्चिम चंपारण में सप्तक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के इलेक्ट्रिक इंजन व विद्युत तार में एक मोर फंस गया और झुलसने से मोर की मौत हो गयी. सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस इस दौरान करीब 3 घंटे तक रूकी रही. टावर बैगन व टीआरडी की टीम और वन कर्मियों की टीम के सहयोग से मृत मोर को बाहर निकाला गया और वन विभाग को सौंप दिया गया. राष्ट्रीय पक्षी होने के कारण मृत मोर को पूरे सम्मान के साथ ले जाया गया और सलामी दी गयी.
3 घंटे तक ठहरी रही ट्रेन
नरकटियागंज-गोरखपुर रेलखंड के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल से गुजरी बीचोंबीच पनियहवा-वाल्मीकिनगर रोड रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की सुबह आनंद विहार से चलकर मुजफ्फरपुर जा रही गाड़ी संख्या 12558 डाउन सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के इलेक्ट्रिक इंजन के पेंट्रो व हाईटेंशन तार में बीच जंगल से उड़ते हुए एक राष्ट्रीय पक्षी मोर आ पहुंचा. जिससे इंजन के पेंट्रो व हाई टेंशन तार में शॉर्ट सर्किट होने के कारण बुरी तरह झुलसने के कारण मोर की मौत हो गयी. जिससे उक्त ट्रेन वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन पर ट्रेन रुक गयी.
इंजन में लगे पेंट्रो से टकरा कर फंस गया मोर
स्टेशन पर मौजूद रेल कर्मियों ने बताया कि सुबह करीब 6:58 बजे गाड़ी का लाइन क्लियर दिया गया. करीब 7 बजे गाड़ी स्टेशन के यार्ड में प्रवेश की. वीटीआर में निर्धारित गति से ट्रेन अपने गंतव्य को जा रही थी कि एकाएक करीब 7:15 बजे एक मोर विद्युत तार की चपेट में आकर गाड़ी की इंजन में लगे पेंट्रो से टकरा कर फंस गया. मोर के टकराते ही इंजन का पेंट्रो शॉट हो गया गया और गाड़ी रुक गयी. आनन फानन में इसकी सूचना कंट्रोल रूम के साथ आरपीएफ व वन विभाग को दिया गया.
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मृत मोर को दी गयी सलामी
मौके पर टीआरडी टीम टावर बैगन के साथ पहुंची तथा वन कर्मियों की टीम के साथ संयुक्त रूप से फंसे हुए मोर को निकाला. राष्ट्रीय पक्षी होने के कारण मृत मोर को उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मियों द्वारा राजकीय सम्मान के साथ स्टेशन कक्ष में फूल माला चढ़ा कर सलामी दी गयी. साथ ही दूसरी इंजन को बुलाकर उसके माध्यम से गाड़ी रवाना करने की प्रक्रिया में सभी लग गए तथा करीब तीन घंटे के बाद 10:10 बजे उक्त ट्रेन को रवाना किया गया. इस बीच विभिन्न सवारी व मेल एक्सप्रेस गाड़ियां विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रही. वही ट्रेन में बैठे यात्रियों के बीच अफरा तफरी मची रही. मौके पर स्टेशन अधीक्षक प्रभु नाथ पांडेय, आरपीएफ के एएसआई इंद्रजीत सिंह सहित तमाम रेलकर्मी व वनकर्मी उपस्थित रहे.